मुरादाबाद। ठाकुरद्वारा के मुस्लिम इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल नईम सैफी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शहर के लोग उनके खिलाफ गुस्से में हैं, और ये गुस्सा कोई नया नहीं है। लोग नाराज हैं कि नईम के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई क्यों नहीं हो रही।
ऐसा ही गुस्सा 10 साल पहले सितंबर 2015 में उस वक्त भड़क उठा था, जब नईम की एक अश्लील कॉल रिकॉर्डिंग मीडिया में लीक हो गई थी। इस खबर ने पूरे शहर में तहलका मचा दिया था। उस समय गुस्साए छात्रों ने नईम की कार को घेर लिया और उसे पलट-पलट कर तोड़ना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं, कुछ छात्रों ने कार में आग लगाने की कोशिश भी की थी। जो चीज हाथ में आई, उसी से कार पर वार शुरू हो गया।
इस हंगामे की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। लेकिन पुलिस के सामने भी छात्रों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा था। पुलिस ने छात्रों को कॉलेज से बाहर खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन गुस्साए छात्रों ने स्योहारा मार्ग पर जाम लगा दिया था। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें समझा-बुझाकर कॉलेज के अंदर वापस लाया। लेकिन कॉलेज में लौटते ही छात्र फिर से कार पर टूट पड़े। पुलिस को दोबारा उन्हें खदेड़ना पड़ा।
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इस बवाल के बाद तत्कालीन सीओ एसएन सिंह ने कॉलेज पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने कॉलेज के तत्कालीन प्रबंधक हाजी मुख्तार सैफी को जमकर फटकार लगाई। इस घटना ने पूरे शहर में चर्चा बटोर ली थी, और आज फिर नईम के फिर से निलंबन के बाद मामला चर्चा में आ गया है।
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