बुधवार की रात को पाकिस्तान ने पंजाब और चंडीगढ़ के आठ सैन्य ठिकानों पर अचानक हमला कर तनाव बढ़ाने की कोशिश की। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह हमला रॉकेट और मिसाइलों के जरिए किया गया, जिसे भारतीय सेना ने अपनी अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों से नाकाम कर दिया। इस घटना ने न केवल सीमा पर तनाव बढ़ाया है, बल्कि लोगों में भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
7 मई 2025 की रात, जब पूरा देश शांत था, पाकिस्तान ने पंजाब और चंडीगढ़ के आठ महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश रची। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, आदमपुर, लुधियाना, बठिंडा, और चंडीगढ़ में स्थित सैन्य अड्डों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया गया। यह हमला रात के समय अचानक हुआ, जिसका मकसद भारतीय सेना को चौंकाना और नुकसान पहुंचाना था। लेकिन भारत की एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और रूस निर्मित S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया।
पाकिस्तान के इस दुस्साहस का जवाब देने में भारतीय सेना ने कोई कसर नहीं छोड़ी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि जैसे ही हमले की सूचना मिली, भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने तुरंत सक्रिय होकर सभी ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट कर दिया। इसके जवाब में, भारतीय सेना ने गुरुवार सुबह पाकिस्तान के लाहौर, सियालकोट, और कराची में स्थित वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई इतनी सटीक थी कि पाकिस्तान को अपने नुकसान का आकलन करने में भी समय लग गया। भारतीय सेना की इस त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया ने न केवल देश की सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि दुनिया को भारत की सैन्य ताकत का भी अहसास कराया।
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