गांधीनगर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्य में मानसून के मौसम में भारी वर्षा के कारण ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में सड़कें, पुल आदि को व्यापक नुकसान हुआ है। ऐसी स्थिति में नागरिकों को परेशानी न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में संबंधित विभागों और अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए थे कि सड़क, पुल और रास्तों की मरम्मत कार्य को युद्धस्तर पर पूरा किया जाए। इसी के तहत राज्य की कुल 17 महानगरपालिकाओं में आने वाली सड़कों की मरम्मत का कार्य पूर्ण किया गया है।
शहरी विकास विभाग द्वारा अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, गांधीनगर, भावनगर, जामनगर और जूनागढ़ — गुजरात की इन आठ पुरानी महानगरपालिकाओं में लगभग 300 किमी लंबाई की जर्जर सड़कों में से युद्धस्तर पर 291 किमी से अधिक सड़कों की मरम्मत की गई है, जबकि शेष कार्य भी एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा कुल 41.27 किमी सड़कों पर डामर पैचवर्क का कार्य पूरा किया गया है। इन आठ महानगरपालिकाओं में विभिन्न सड़कों पर कुल 14,566 गड्ढे थे, जिनमें से 14,647 गड्ढों को तुरंत भर दिया गया है। शेष गड्ढों को भी अगले दो दिनों में भरने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इन महानगरपालिकाओं में नागरिकों द्वारा सड़कें, गड्ढे, धंसान और जलजमाव संबंधी कुल 14,778 शिकायतें दर्ज करवाई गई थीं, जिनमें से 11,460 का तत्काल समाधान किया गया है। बाकी शिकायतों का भी जल्द ही समाधान कर लिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त शहरी विकास विभाग द्वारा महेसाणा, नडियाद, आणंद, नवसारी, वापी, सुरेंद्रनगर, मोरबी, गांधीधाम और पोरबंदर — गुजरात की इन नई नौ महानगरपालिकाओं में लगभग 351 किमी लंबाई की जर्जर सड़कों में से युद्धस्तर पर 318 किमी से अधिक की मरम्मत की गई है, जबकि शेष कार्य भी शीघ्र ही पूरे किए जाएंगे। इसके अलावा 6 किमी सड़कों पर डामर पैचवर्क का कार्य भी पूरा किया गया है। इन नौ महानगरपालिकाओं में विभिन्न सड़कों पर कुल 1,630 गड्ढे थे, जिनमें से 1,582 को तुरंत भर दिया गया है। बाकी गड्ढों को भी अगले दो दिनों में भरने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इन महानगरपालिकाओं में नागरिकों द्वारा दर्ज करवाई गई कुल 646 शिकायतों में से 563 का तुरंत समाधान किया गया है, शेष शिकायतों का समाधान भी शीघ्र ही किया जाएगा।
इसके अलावा राज्य के भावनगर, गांधीनगर, वडोदरा, सूरत, राजकोट और अहमदाबाद — इन छह रीजनल कमिश्नर्स ऑफ म्युनिसिपैलिटीज क्षेत्र में आने वाली सड़कों पर कुल 2,267 गड्ढे थे, जिनमें से 1,814 गड्ढों को भर दिया गया है। बाकी गड्ढों को भी शीघ्र ही भर दिया जाएगा। उपरोक्त छह क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों द्वारा दर्ज करवाई गई कुल 393 शिकायतों में से 286 का सकारात्मक समाधान तुरंत किया गया है, जबकि शेष शिकायतों का समाधान भी शीघ्र ही कर लिया जाएगा, ऐसा शहरी विकास विभाग की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है।
उल्लेखनीय है कि महानगरपालिका क्षेत्रों में रहने वाले नागरिक मोबाइल, व्हाट्सएप, वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर, टोल-फ्री नंबर, सिविक सेंटर, स्मार्ट सिटी ऐप और महानगरपालिकाओं के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर सड़क, गड्ढों, धंसाव और जलजमाव संबंधी शिकायतें दर्ज करवाते हैं, जिनका संबंधित विभागों और अधिकारियों द्वारा तुरंत समाधान किया जाता है।
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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad
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