उमरिया, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के विश्व विख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वन्य जीव एवं मानव द्वंद थमने का नाम नहीं ले रहा है आए दिन वन्य जीवों द्वारा ग्रामीणों पर हमला कर किसी को गंभीर घायल तो किसी को मौत के घाट उतार दिया जाता है तो वहीं प्रबंधन की उदासीनता के चलते घटनाएं लगातार घट रही हैं।
जानकारी के अनुसार मंगलवार देर शाम मानपुर के ग्राम पटेहरा निवासी इंद्रभान सिंह गोंड जंगल से मवेशी चरा कर घर लौट रहा था तभी अचानक झाड़ियों में छिपे भालू ने उस पर हमला कर दिया जिसमें इंद्रभान जमीन पर गिर गया, लेकिन साहस दिखाते हुए उसने खुद को किसी तरह बचाया और शोर मचाते हुए भालू को दूर भगाया। घटना के बाद घायल किसी तरह घर पहुंचा और वन अमले को सूचना दी, लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं लिया, जिसके चलते रात भर दर्द से कराहने के बाद बुधवार सुबह वन अमला घायल के घर पहुंचा और उसे समुचित इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर ले गए, जहाँ फिलहाल घायल इलाजरत है।
मानपुर रेंजर मुकेश अहिरवार ने बताया कि मंगलवार देर शाम ग्राम पटेहरा निवासी इंद्रभान सिंह गोंड़ (25) पुत्र सम्पत सिंह गोंड़ जंगल से मवेशी चरा कर वापस घर लौट रहा था तभी कक्ष क्रमांक आर एफ 400 के शेषई हार में झाड़ियों में छिपे भालू ने उसके ऊपर हमला कर दिया जिसमें वह घायल हो गया, हम लोगों को बुधवार सुबह जानकारी मिली तो उसको अपने वाहन में लाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर में भर्ती करवाया हैं, जहाँ उसका इलाज चल रहा है और तात्कालिक सहायता के रूप में एक हजार रूपये उसको दे दिये गये हैं एवं और जो भी खर्च इलाज में आएगा उसका बिल लगाने पर भुगतान किया जायेगा।
गौरतलब है कि इस घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से जंगल में भालुओं की बढ़ती हमलात्मक गतिविधियों पर रोक लगाने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) / सुरेन्द्र त्रिपाठी
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