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उमा भारती ने फिर दोहराई 2029 का लोकसभा चुनाव लड़ने की बात

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गो संवर्धन संकल्प सभा में कहा; सेक्युलरिज्म के चक्कर में नहीं बच पा रही गो माता

भोपाल, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . Madhya Pradesh की पूर्व Chief Minister और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने एक बार फिर दोहराया कि वे 2029 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि देश के नेताओं का गाय और मां गंगा के प्रति समर्पण जरूरी है. गाय और मां गंगा के प्रति मेरी ध्येय निष्ठा सर्वविदित है. इसलिए मां गंगा और गोवंश से जुड़े कामों को और प्रभावी बनाने के लिये मैं 2029 में फिर लोकसभा चुनाव लडूंगी. उन्होंने कहा कि जब तक देश में गौ संवर्धन नहीं होगा और गंगा निर्मल नहीं होगी, तब तक राम का काम अधूरा है.

उमा भारती बुधवार को भोपाल के अयोध्या बायपास स्थित दशहरा मैदान पर गोपाष्टमी पर्व पर गो पूजन के साथ संकल्प सभा को संबोधित कर रही थीं. इस मौके पर कन्यापूजन के साथ गो स्तुति वाचन भी किया गया. संकल्प सभा में पर्यटन मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, विधायक वीरेन्द्र सिंह लंबरदार, प्रीतम लोधी, पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी, डॉ. शिशुपाल यादव, नरेन्द्र बिरथरे शामिल हुए.

उमा भारती ने कहा कि गंगा और गो संवर्धन का काम चलता रहेगा और इसमें आम जनता को अपना योगदान देना होगा. उन्होंने सुझाव दिया कि लाड़ली बहनों को एक-एक गाय दी जाए. शहरों में कुत्ता-बिल्ली रखने की इजाजत है, लेकिन गाय रखने की नहीं. उमा भारती ने सरकार को सुझाव दिया कि हाईवे रोड पर फेंसिंग होनी चाहिए और पीछे चारागाह बनाए जाने चाहिए ताकि गायें सड़क पर न आएं. बंजर जमीन पर नए गोचर (चारागाह) भी बनाए जाने चाहिए. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के संयोजक अशोक त्रिपाठी के नेतृत्व में गौवंश आधारित कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी समय में डेढ़ वर्ष तक निरंतर चलते रहेंगे.

सभा में गो पालन, गोचर भूमि संरक्षण, गोवंश आधारित खेती, गोशालाओं के आधुनिकीकरण, दूध आधारित ग्रामीण उद्योगों, और हर किसान के पास एक गाय जैसे 11 प्रमुख प्रस्ताव पारित किए गए, जिन्हें राज्य सरकार और केंद्र को भेजा जाएगा.

उमा भारती ने बताया कि अगले महीने 4 नवंबर से Prayagraj में गंगा का अभियान चलाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गो गंगा संवर्धन का काम अपने हाथों से पूरा करने की अपील की है. राम का काम अब गो संवर्धन अभियान पर केंद्रित है. गाय सेकुलरिज्म के चक्कर में नहीं बच पा रही है, क्योंकि गाय की बात रखने पर मुसलमानों के नाराज होने का डर रहता है.

(Udaipur Kiran) तोमर

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