रांची, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । झारखंड के सभी 35 हजार सरकारी विद्यालयों में गुरुवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन, 32 लाख छात्र-छात्राओं ने दी दिशोम गुरु स्वर्गीय शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि
दिशोम गुरु स्वर्गीय शिबू सोरेन की स्मृति में राज्यभर में मौन और प्रार्थना सभा आयोजित, एक लाख से अधिक शिक्षक हुए शामिल
राज्य के सभी 35 हजार सरकारी विद्यालयों में झारखंड आंदोलन के पुरोधा राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
दिशोम गुरु संघर्षशील जीवन के बारे में बताया गया
यह आयोजन शिक्षा विभाग के निर्देश पर किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संघर्षशील जीवन और समाजहित में दिए गए योगदान से अवगत कराना था। श्रद्धांजलि सभा में विद्यालय के एक लाख से अधिक शिक्षक, 32 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के अलावा समुदाय से दो लाख से अधिक आम लोग, एसएमसी सदस्य और अभिभावक शामिल हुए।
विद्यालयों में प्रातःकालीन प्रार्थना सभा के दौरान मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद विद्यार्थियों और शिक्षकों ने दिशोम गुरु के जीवन पर चर्चा की। इस अवसर पर उनके सामाजिक न्याय, आदिवासी अधिकारों की रक्षा, भूमि सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।
विद्यालयों में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने इस अवसर पर यह संकल्प लिया कि वे दिशोम गुरु के दिखाए मार्ग पर चलते हुए जीवन में सत्य, न्याय और समाज सेवा के मूल्यों को आत्मसात करेंगे और एक जागरूक, उत्तरदायी नागरिक के रूप में राष्ट्र और समाज के विकास में सक्रिय योगदान देंगे।
श्रद्धांजलि सभा के बारे में विभागीय सचिव उमाशंकर सिंह ने बताया कि दिशोम गुरु का जीवन न केवल राजनीतिक रूप से प्रेरणादायी था, बल्कि उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में झारखंडी अस्मिता, संस्कृति और आदिवासी समाज की उन्नति के लिए संघर्ष किया। उनके विचार आज भी समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेषकर युवाओं को सत्य, सेवा, संघर्ष और समर्पण के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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