नई दिल्ली, 25 जून (Udaipur Kiran) । हेल्थकेयर सेक्टर के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी इनफ्लक्स हेल्थटेक के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। हालांकि, निवेशकों को उस वक्त झटका लगा, जब बिकवाली के दबाव में कंपनी के शेयर लोअर सर्किट लेवल पर आ गए। बाद में खरीदारों ने लिवाली शुरू करके लोअर सर्किट को ब्रेक करने में सफलता हासिल कर ली।
आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 96 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी एंट्री 38.02 प्रतिशत लिस्टिंग गेन के साथ 132.50 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद मुनाफा वसूली शुरू हो जाने के कारण ये शेयर टूट कर 125.90 रुपये के लोअर सर्किट लेवल तक पहुंच गया। इस गिरावट के बाद खरीदारों ने लिवाली शुरू करके लोअर सर्किट को ब्रेक कर दिया। इस खरीदारी के कारण ये शेयर निचले स्तर से मामूली रिकवरी करके 127.35 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को आज पहले दिन लोअर सर्किट का सामना करने के बावजूद 32.66 प्रतिशत का फायदा हो गया।
इनफ्लक्स हेल्थटेक का 58.57 करोड़ रुपये का आईपीओ 18 से 20 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जोरदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 201.35 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 137.87 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 481.10 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 117.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपना नया प्लांट लगाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 7.20 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 11.22 करोड़ रुपये और 2024-25 में 13.37 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 17 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 104.99 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
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