New Delhi, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . मिड-मार्केट सेक्टर में होटल चेन चलाने वाली कंपनी सुबा होटल्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया. आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 111 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे. आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 38.92 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 154.20 रुपये के स्तर पर हुई. लिस्टिंग के बाद हुई लिवाली के कारण कंपनी के शेयर थोड़ी ही देर में 161.90 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए. इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 45.86 प्रतिशत का मुनाफा हो गया.
सुबा होटल्स का 75.47 करोड़ रुपये का आईपीओ 29 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 15.33 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 20.98 गुना सब्सक्राइब हुआ था. वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 22.41 गुना सब्सक्रिप्शन आया था.
इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 9.07 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 67,99,200 नए शेयर जारी किए गए हैं. आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने होटल प्रेमिसेज का अपग्रेडेशन करने, लास्ट-माइल फंडिंग करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी.
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 2.78 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 8.96 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 15.15 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया. इस दौरान कंपनी की आय 50 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 79.98 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई.
इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार-चढ़ाव होता रहा. वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 46.09 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में घट कर 45.73 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज बढ़ कर 50.23 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया.
कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 18.70 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 27.57 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 30.17 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया.
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
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