नई दिल्ली, 17 अगस्त (Udaipur Kiran) । विपक्षी दलों की ओर से लगाए जा रहे तमाम आरोपों के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को एक प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग के लिए सभी राजनीतिक दल समान हैं, कोई पक्ष या विपक्ष नहीं। उन्होंने दोहराया कि चुनाव आयोग के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं और मिथ्या आरोपों से आयोग न तो डरता है और न ही मतदाता प्रभावित होते हैं।
दिल्ली के राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में पत्रकार वार्ता में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया बिहार में शुरू की गई। राजनीतिक दलों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर कुमार ने चिंता जताते हुए कहा कि जिले के पार्टी कार्यकर्ताओं की वास्तविक आवाज राष्ट्रीय व राज्य स्तर के नेताओं तक नहीं पहुंच रही या फिर जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। मतदाता की अनुमति के बिना उनकी तस्वीरों के इस्तेमाल की शिकायत भी मिली है, लेकिन आयोग मतदाताओं के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चुनाव पारदर्शिता और निष्पक्षता से संपन्न होंगे।
उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार प्रत्येक राजनीतिक दल का जन्म चुनाव आयोग के साथ पंजीकरण के माध्यम से होता है। फिर चुनाव आयोग एक ही राजनीतिक दलों के बीच भेदभाव कैसे कर सकता है? चुनाव आयोग के लिए सभी समान हैं। चाहे कोई भी किसी भी राजनीतिक दल का हो, चुनाव आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्य से पीछे नहीं हटेगा। अब तक 1.6 लाख बूथ लेवल एजेंटों ने एक ड्राफ्ट लिस्ट तैयार की है। जब हर बूथ पर यह ड्राफ्ट लिस्ट तैयार की जा रही थी, तब सभी राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों ने अपने हस्ताक्षरों से इसे सत्यापित किया है। मतदाताओं ने कुल 28,370 दावे प्रस्तुत किए हैं।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा