सैकड़ों वर्षों से विद्यमान है परंपरा, जमीदारों ने शुरू की थी परंपराहमीरपुर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में सुमेरपुर कस्बे के ऐतिहासिक तीजा मेला का आगाज सोमवार की शाम किन्नरों के भरथरी नृत्य से होगा। किन्नर नाचते गाते कस्बे के बड़े घरानों के दरवाजे पर पहुंच कर तीजा महोत्सव की शोभायात्रा में शामिल होने का आमंत्रण देंगे। इसी के साथ तीन दिन के ऐतिहासिक तीजा मेला का आगाज होता है। भरथरी कार्यक्रम में जिले के अलावा महोबा, बांदा, चित्रकूट, जालौन, झांसी, कानपुर आदि के किन्नर शिरकत करते हैं।
सुमेरपुर कस्बे का ऐतिहासिक तीजा मेला कई परंपराओं को समेटे हुए हैं। इन्हीं परंपराओं में एक परंपरा किन्नरों के भरथरी नृत्य की है। बड़े घरानों को शोभायात्रा में शामिल होने के लिए एक दिन पूर्व आमंत्रण देने के शुरू किया था। इसकी शुरुआत कस्बे के स्वर्गीय मुन्ना सिंह के हाता से होती है। इस वर्ष यह परंपरा सोमवार की शाम को शुरू होगी। मुन्ना सिंह के हाता से शुरू होकर यह सर्वप्रथम श्री कृष्ण मंदिर पहुंचती है। यहां से यह लोग नाचते गाते कस्बे की छोटी बाजार,चांद थोक के बड़े घरानों के दरवाजे पहुंचते हैं और अगले दिन शुरू होने वाली शोभायात्रा में शामिल होने का आमंत्रण देकर नेग मांगते हैं।
लोग हंसी-खुशी श्रद्धानुसार नेग देकर विदा करते हुए शोभायात्रा में शामिल होने के लिए आश्वस्त करते हैं। इसके बाद देर रात तक यह कार्यक्रम वापस मुन्ना सिंह के दरवाजे होता है। अगली सुबह शोभायात्रा में शामिल होने के लिए यह किन्नर पुनः सजधज कर यहीं पर एकत्र होते हैं और गाते बजाते श्री कृष्ण मंदिर पहुंचकर शोभायात्रा में शामिल होते हैं। कस्बे के निवासी भोला सिंह, राजकुमार द्विवेदी, राधेश्याम तिवारी, अरुण प्रकाश तिवारी, राकेश तिवारी आदि ने बताया कि इस परंपरा वह लोग बचपन से देखे चले आ रहे हैं। पूर्वज बताते थे कि यह परंपरा सैकड़ों वर्ष से होती चली आ रही है। इसका उद्देश्य महज एक दूसरे को तीजा मेला में आमंत्रित करना था। जिसका निर्वहन आज भी शिद्दत के साथ किया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा
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