काठमांडू, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के आर्थिक सलाहकार डॉ. युवराज खतिवडा ने चीनी विदेश मंत्रालय के उस बयान को झूठ बताया है, जिसमें कहा गया है कि नेपाल ने ग्लोबल सिक्योरिटी इनिशिएटिव (जीएसआई) के लिए समर्थन व्यक्त किया है। डॉ. खतिवडा ने कहा कि इस बैठक के दौरान उन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पर चर्चा हुई, जिन्हें दोनों पक्ष समझौतों और सहमतियों के कार्यान्वयन के लिए प्राथमिकता देंगे।
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) प्लस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री ओली और चीनी राष्ट्रपति शी ने 31 अगस्त को तियानजिन में द्विपक्षीय बैठक की थी। बैठक के बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नेपाल ने चीन के प्रस्तावित वैश्विक विकास पहल (जीडीआई), वैश्विक सुरक्षा पहल (जीएसआई) और वैश्विक सभ्यता पहल (जीसीआई) का समर्थन किया है।
प्रधानमंत्री ओली तथा चीनी राष्ट्रपति शी के बीच बैठक में शामिल डॉ. खतिवडा ने कहा कि नेपाल सरकार, नेपाल के संविधान और गुटनिरपेक्ष विदेश नीति के प्रति प्रतिबद्ध है और किसी भी देश की सुरक्षा रणनीति का हिस्सा नहीं बनेगी। खतिवडा ने कहा कि प्रधानमंत्री ओली की यात्रा मुख्यतः एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए है। शिखर सम्मेलन के दौरान हुई बातचीत में किसी समझौते या सहमति पर हस्ताक्षर नहीं किए गए। जिस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं है, उस पर नेपाल को जीएसआई का एक पक्ष बताना पूरी तरह से गलत है।
—————
(Udaipur Kiran) / पंकज दास
You may also like
झील` किनारे बॉयफ्रेंड के साथ बर्थडे मना रही थी बेटी, पीछे से आया पिता… फिर आगे जो हुआ
तेज प्रताप ने तो तेजस्वी यादव को नचनिया कह दिया, लालू के दोनों लालों के बीच ही सियासी संग्राम?
Bihar Assembly Election 2025 Dates: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कब?, 2015 और 2020 में पार्टियों को मिली सीटों का आंकड़ा देखिए
नहीं थम रहा है Indian क्रिकेटरों के संन्यास का सिलसिला, अब इस दिग्गज ने कहा अलविदा
कविता, शर्मिला, प्रियंका, मीसा भारती... राजनीति में उत्तराधिकारी क्यों नहीं बनी बेटियां, जानिए कौन-कौन सगे भाइयों से पिछड़ गईं