रामगढ़, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में गुरुवार को जिनालय में आचार्य भगवन विद्यासागर जी महाराज की परम विदुषी शिष्याएं संपदा दीदी और अनीता दीदी के सानिध्य में 8 दिवसीय सिद्धचक्र महामंडल विधान का विधिवत शुभारंभ हुआ. सर्वप्रथम विधान के मुख्य पात्रों का चयन किया गया.
ध्वजारोहण का सौभाग्य सुशील जैन, सुनीता चूड़ीवाल परिवार, सौधर्म इन्द्र का सौभाग्य इन्द्र मणी देवी चूड़ीवाल परिवार, कुबेर इन्द्र का सौभाग्य देवेन्द्र जैन, ममता गंगवाल परिवार को एवं श्रीपाल एवं मैना सुंदरी बनने का सौभाग्य राजेन्द्र जैन, प्रिया पाटनी को प्राप्त हुआ.
वहीं चयनित पात्रों का समाज की तरफ़ से अभिनंदन किया गया. उसके बाद सभी पात्रों की शुद्धि कराकर ध्वजारोहण दीदी के द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ कराया गया.
ध्वजारोहण के बाद महिलाओं ने घटयात्रा करके कलश स्थापना की. सभी धार्मिक आयोजन दीदियों के द्वारा अत्यंत भक्तिमय तरीक़े से विधि विधान पूर्वक सम्पन्न हुए. कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए समाज के सचिव योगेश सेठी ने बताया कि जैन धर्मावलंबी वर्ष में तीन बार अष्टानिका पर्व मनाते हैं.
परंतु कार्तिक मास की अष्टानिका का एक विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि इस बार अष्टानिका के अवसर पर हमारे यहां दीदियों का आना हम सब के लिए सौभाग्य का विषय है. साथ ही दीदियों के आगमन पर जैन समाज में जिनेन्द्र भगवान की भक्ति की लहर बह रही है. सेठी ने कहा कि संध्याकाल में महाआरती प्रश्नमंच एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. जिसमें उन्होंने जैन धर्मावलंबियों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की. कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष राजेन्द्र चूड़ीवाल के नेतृत्व में सभी कार्यकरणी सदस्य एवं महिला समूह प्रयासरत है. उपरोक्त जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी श्रवण जैन ने दी.
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
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