इंटरनेट डेस्क। भारत आदिवासी पार्टी के नेता और बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत ने एक बार फिर से भील प्रदेश की मांग कर दी है। उन्होंने इस संबंध में आज सोशल मीडिया के माध्यम से बड़ी बात कही है।
सांसद राजकुमार रोत ने इस संबंध में एक्स के माध्यम से कहा कि भील राज्य की मांग को लेकर गोविंद गुरु के नेतृत्व में 1913 में 1500 से अधिक आदिवासी मानगढ़ पर शहीद हुए थे। आजादी के बाद भील प्रदेश को चार राज्य में बांटकर इस क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय किया। गोविंद गुरु के नेतृत्व में शहीद हुए 1500 से अधिक शहीदों के सम्मान में भील प्रदेश राज्य बनाना है।
रोत ने एक अन्य ट्वीट के माध्यम से कहा कि भीलप्रदेश की मांग आजादी के पहले से ही उठती आई है, क्योंकि यहां के लोगों की संस्कृति, भाषा, बोली और रीति रिवाज दूसरे प्रदेशों से अलग है और आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को बचाने और उसके सरंक्षण के लिए जरूरी है।
राजकुमार रोत ने इस संबंध में आगे कहा कि यदि सरकार वास्तव में आदिवासी हितैषी है तो आदिवासियों की जो मांग वर्षों से चली आ रही है, ;भील प्रदेश जो आदिवासी समुदाय के अस्तित्व और पहचान को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है। इस मांग को पूरा किया जाना चाहिए।
PC:rajasthan.ndtv
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