इंटरनेट डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंपको अभी कार्यभार गृहण किए 1 साल भी नहीं हुआ हैं और वो कई देशों में युद्ध रूकवाने का दावा कर रहे हैं, इसके पीछे का कारण हैं नोबेल पुरस्कार, जी हां वो भले ही कह नहीं पाते हो लेकिन वो चाहते हें की उन्हें नोबल शांति पुरस्कार मिले। उन्होंने भारत-पाक समेत सात वैश्विक संघर्षों को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का दावा किया है।

जाने क्या कहा ट्रंप ने
मीडिया रिपोटर्स की माने तो गाजा संघर्ष को समाप्त कराने की योजना का जिक्र करते हुए ट्रंप ने सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा- मुझे लगता है, हमने इसे सुलझा लिया है। अब हमास को सहमत होना होगा और यदि वे नहीं मानते तो उनके लिए बहुत मुश्किल होगी। सभी अरब, मुस्लिम राष्ट्र इससे सहमत हैं। इजरायल भी सहमत है। यह बहुत बड़ी बात है कि सभी एक साथ आए हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर घोषित गाजा संघर्ष को समाप्त कराने की उनकी योजना भी कामयाब हो जाती है तो वे पिछले कुछ महीनों में ही आठ जंगों को सुलझाने में कामयाब हो जाएंगे।

मुझे फिर भी नोबल नहीं मिलेगा- ट्रंप
खबरों की माने तो इसके साथ ही ट्रंप ने कहा-यह शानदार है। कोई ऐसा कभी नहीं कर पाया। फिर भी, क्या आपको नोबेल पुरस्कार मिलेगा? बिल्कुल नहीं। वे इसे किसी ऐसे व्यक्ति को देंगे जिसने कुछ भी नहीं किया होगा। वे इसे ऐसे व्यक्ति को देंगे, जिसने डोनल्ड ट्रंप के विचारों और युद्ध को सुलझाने के लिए क्या किया गया, इस पर कोई किताब लिखी है.. जी हां, नोबेल पुरस्कार किसी लेखक को मिलेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- अगर मुझे नोबेल नहीं मिलता है तो यह हमारे देश के लिए बड़े अपमान की बात होगी। मैं आपको बता दूं कि मैं ऐसा नहीं चाहता। मैं चाहता हूं कि यह देश को मिले।
pc- DD NEWS,hindustan,hindustan
You may also like
मप्रः मुख्यमंत्री ने मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर लांच किया इंदौर पुलिस का चेटबॉट
सिंधिया ने दशहरे पर किया पवित्र शमी के पौधे का पूजन, तलवार से स्पर्श करते ही पत्तियों को लूटने दौड़े लोग
क्राइम सीन क्लीनर की चुनौतीपूर्ण जिंदगी: एक अनकही कहानी
यूपी की महिला ड्राइवर और पति की अनोखी जोड़ी, चर्चा का विषय बनी
मप्र में धूमधाम से मनाया गया विजयादशमी पर्व, रावण दहन के साथ जमकर हुई आतिशबाजी