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पीरियड्स में होती है हैवी ब्लीडिंग? ये खूबसूरत फूल है रामबाण इलाज, दर्द और ऐंठन से भी देगा राहत

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News India Live, Digital Desk : पीरियड्स महिलाओं के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन कई बार यह अपने साथ बहुत सी तकलीफें भी लेकर आता है। पेट में असहनीय दर्द, ऐंठन, मूड स्विंग्स और सबसे ज्यादा परेशान करने वाली समस्या - बहुत ज्यादा ब्लीडिंग (Heavy Bleeding)। यह समस्या न केवल शारीरिक रूप से कमजोर कर देती है, बल्कि एनीमिया (खून की कमी) जैसी गंभीर बीमारियों को भी न्योता दे सकती है।इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं अक्सर पेनकिलर और हार्मोनल दवाओं का सहारा लेती हैं, जिनके अपने साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी प्रकृति में ही एक ऐसा खूबसूरत फूल मौजूद है, जिसे आयुर्वेद में महिलाओं की इन समस्याओं के लिए 'वरदान' माना गया है?यह फूल है कचनार (Kachnar Flower), जिसे Bauhinia variegata के नाम से भी जाना जाता है।पीरियड्स की समस्याओं में कैसे फायदेमंद है कचनार?कचनार का पेड़ अपने सुंदर गुलाबी-सफ़ेद फूलों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके फूल, छाल और कलियों में कई ऐसे औषधीय गुण छिपे हैं, जो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हैं।हैवी ब्लीडिंग को करता है कंट्रोल: कचनार में 'कषाय' (Astringent) गुण होता है। यह गुण रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ने में मदद करता है, जिससे पीरियड्स के दौरान होने वाला अत्यधिक रक्तस्राव (heavy flow) नियंत्रित होता है। यह गर्भाशय (uterus) की परत को भी मजबूत बनाता है।दर्द और ऐंठन से दिलाए राहत: इसमें दर्द निवारक (Analgesic) और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट और कमर के दर्द व ऐंठन (cramps) को कम करने में मदद करते हैं।हार्मोंस को करता है संतुलित: कचनार को PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) और थायराइड जैसी हार्मोनल समस्याओं में भी बहुत फायदेमंद माना जाता है, जो अक्सर अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग का कारण बनती हैं।कैसे करें इसका इस्तेमाल? (आयुर्वेदिक तरीका)कचनार का इस्तेमाल करने का सबसे प्रचलित और असरदार तरीका इसका काढ़ा (Decoction) बनाकर पीना है।क्या-क्या चाहिए:कचनार की छाल का पाउडर (यह आयुर्वेदिक दुकानों पर आसानी से मिल जाता है) - 1 छोटा चम्मचपानी - 2 कपआप चाहें तो स्वाद और फायदे बढ़ाने के लिए इसमें अदरक का छोटा टुकड़ा या दालचीनी भी डाल सकते हैं।बनाने की विधि:एक बर्तन में 2 कप पानी और 1 चम्मच कचनार की छाल का पाउडर डालें।इसे धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा यानी 1 कप न रह जाए।अब इसे छान लें और हल्का गुनगुना होने पर पिएं।कब पिएं: इस काढ़े को पीरियड्स आने के कुछ दिन पहले से शुरू करके, पीरियड्स के दौरान सुबह-शाम पिया जा सकता है।एक जरूरी सलाह:हालांकि यह एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपचार है, फिर भी इसका सेवन शुरू करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक या अपने डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है, खासकर अगर आप पहले से किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या के लिए दवा ले रही हैं।तो अगली बार जब पीरियड्स की समस्या आपको परेशान करे, तो केमिकल वाली दवाओं से पहले, प्रकृति के इस अनमोल तोहफे को आजमाकर देखें।
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