नई दिल्ली: दिल्ली में चारों तरफ छठ महापर्व की धूम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को छठ पूजा के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए वासुदेव घाट जा सकते हैं। इस बात की जानकारी सूत्रों ने दी है। इस मौके के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और घाट पर सजावट का काम भी चल रहा है। इससे पहले पिछले महीने भी पीएम मोदी ने महाअष्टमी के दिन दक्षिण दिल्ली के चित्तरंजन पार्क में दुर्गा पूजा में हिस्सा लिया था।
शनिवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कश्मीरी गेट के पास यमुना किनारे वासुदेव घाट पर छठ महापर्व की तैयारियों का जायजा लिया। गुप्ता ने कहा कि सरकार इस साल छठ पूजा को पहले से कहीं ज्यादा भव्य, सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार यमुना नदी के किनारे 17 मॉडल घाट बना रही है। इसके अलावा पूरे दिल्ली में 1,000 से ज्यादा घाट बनाए जा रहे हैं ताकि चार दिन चलने वाले इस पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधा हो सके।
शनिवार को दिल्ली बीजेपी ने बताया कि पूर्वांचल समुदाय के लोगों के कहने पर प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के पास छठ घाट को फिर से खोल दिया है। सचदेवा ने कहा कि यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के नीचे यह छठ घाट बनाकर हमने उन लोगों की इच्छा पूरी की है जो लक्ष्मी नगर और पांडव नगर जैसे इलाकों में 4-5 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं।
दिल्ली में क्यों महत्वपूर्ण है छठ? पिछले 10 सालों में छठ पूजा दिल्ली का एक महत्वपूर्ण पर्व बन गया है। इसकी मुख्य वजह बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड से आए लोगों की बढ़ती आबादी है, जो दिल्ली की कुल आबादी का 30% से ज्यादा है।
शनिवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कश्मीरी गेट के पास यमुना किनारे वासुदेव घाट पर छठ महापर्व की तैयारियों का जायजा लिया। गुप्ता ने कहा कि सरकार इस साल छठ पूजा को पहले से कहीं ज्यादा भव्य, सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार यमुना नदी के किनारे 17 मॉडल घाट बना रही है। इसके अलावा पूरे दिल्ली में 1,000 से ज्यादा घाट बनाए जा रहे हैं ताकि चार दिन चलने वाले इस पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधा हो सके।
शनिवार को दिल्ली बीजेपी ने बताया कि पूर्वांचल समुदाय के लोगों के कहने पर प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के पास छठ घाट को फिर से खोल दिया है। सचदेवा ने कहा कि यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के नीचे यह छठ घाट बनाकर हमने उन लोगों की इच्छा पूरी की है जो लक्ष्मी नगर और पांडव नगर जैसे इलाकों में 4-5 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं।
दिल्ली में क्यों महत्वपूर्ण है छठ? पिछले 10 सालों में छठ पूजा दिल्ली का एक महत्वपूर्ण पर्व बन गया है। इसकी मुख्य वजह बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड से आए लोगों की बढ़ती आबादी है, जो दिल्ली की कुल आबादी का 30% से ज्यादा है।
You may also like

छत्तीसगढ़ : 21 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पुनर्वास नीति की तारीफ की

क्या गोविंदा के बेटे यशवर्धन और अहान पांडे की तुलना सही है? टीना आहूजा ने दी प्रतिक्रिया!

क्या आपको पता है 'रा.वन' की कहानी का असली प्रेरणा क्या था? जानें अनुभव सिन्हा की जुबानी!

मां का प्रेमी 'काली गोली' देता, फिर करता गंदा काम, फिर एक दिन…!

ली छ्यांग ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ वार्ता की




