विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आगामी 'पल्ले पंडगा 2.0' के तहत गांवों में शहरी स्तर का विकास सुनिश्चित करें। मंगलवार को पंचायत राज और ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस नए चरण को पहले 'पल्ले पंडगा' की सफलता पर आधारित होना चाहिए और राज्य के ग्रामीण इलाकों में एक स्पष्ट बदलाव लाना चाहिए।
पवन कल्याण ने अधिकारियों से कहा कि वे सड़क विकास, मरम्मत, गौशालाओं और मैजिक ड्रेनों के निर्माण जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि हर गांव में समग्र प्रगति होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ये पहल ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को ऊपर उठाने और गांवों और शहरों के बीच की खाई को पाटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
यह बैठक उप मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में हुई। इसमें विशेष मुख्य सचिव शशीभूषण कुमार, आयुक्त कृष्ण तेजा, ओएसडी वेंकट कृष्ण और मुख्य अभियंता बालू नायक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। 'पल्ले पंडगा 2.0' के माध्यम से, सरकार ग्रामीण विकास की भावना को फिर से जगाना चाहती है। इसका लक्ष्य आंध्र प्रदेश के गांवों को टिकाऊ विकास और आधुनिक जीवन का मॉडल बनाना है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि 'पल्ले पंडगा 2.0' गांवों में शहरी स्तर का विकास लाए।" उन्होंने आगे कहा, "यह पहल ग्रामीण इलाकों में जीवन की गुणवत्ता को ऊपर उठाने और गांवों और शहरों के बीच की खाई को पाटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
इस योजना के तहत, गांवों में सड़कों की मरम्मत और नई सड़कें बनाई जाएंगी। साथ ही, गौशालाओं का निर्माण होगा और मैजिक ड्रेनों को भी ठीक किया जाएगा। मैजिक ड्रेन एक ऐसी व्यवस्था है जो बारिश के पानी को आसानी से निकाल देती है, जिससे जलभराव की समस्या नहीं होती। यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि गांवों का कायाकल्प हो सके और वे शहरों की तरह विकसित दिखें।
सरकार का मानना है कि 'पल्ले पंडगा 2.0' से गांवों में एक नई ऊर्जा आएगी। यह योजना आंध्र प्रदेश के गांवों को टिकाऊ विकास और आधुनिक जीवन शैली का एक बेहतरीन उदाहरण बनाएगी। अधिकारी इस योजना को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
पवन कल्याण ने अधिकारियों से कहा कि वे सड़क विकास, मरम्मत, गौशालाओं और मैजिक ड्रेनों के निर्माण जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि हर गांव में समग्र प्रगति होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ये पहल ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को ऊपर उठाने और गांवों और शहरों के बीच की खाई को पाटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
यह बैठक उप मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में हुई। इसमें विशेष मुख्य सचिव शशीभूषण कुमार, आयुक्त कृष्ण तेजा, ओएसडी वेंकट कृष्ण और मुख्य अभियंता बालू नायक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। 'पल्ले पंडगा 2.0' के माध्यम से, सरकार ग्रामीण विकास की भावना को फिर से जगाना चाहती है। इसका लक्ष्य आंध्र प्रदेश के गांवों को टिकाऊ विकास और आधुनिक जीवन का मॉडल बनाना है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि 'पल्ले पंडगा 2.0' गांवों में शहरी स्तर का विकास लाए।" उन्होंने आगे कहा, "यह पहल ग्रामीण इलाकों में जीवन की गुणवत्ता को ऊपर उठाने और गांवों और शहरों के बीच की खाई को पाटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
इस योजना के तहत, गांवों में सड़कों की मरम्मत और नई सड़कें बनाई जाएंगी। साथ ही, गौशालाओं का निर्माण होगा और मैजिक ड्रेनों को भी ठीक किया जाएगा। मैजिक ड्रेन एक ऐसी व्यवस्था है जो बारिश के पानी को आसानी से निकाल देती है, जिससे जलभराव की समस्या नहीं होती। यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि गांवों का कायाकल्प हो सके और वे शहरों की तरह विकसित दिखें।
सरकार का मानना है कि 'पल्ले पंडगा 2.0' से गांवों में एक नई ऊर्जा आएगी। यह योजना आंध्र प्रदेश के गांवों को टिकाऊ विकास और आधुनिक जीवन शैली का एक बेहतरीन उदाहरण बनाएगी। अधिकारी इस योजना को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
You may also like
अजय देवगन की फिल्म 'गोलमाल 5' की दिसंबर में शूटिंग होगी शुरू
पीड़ित छात्रा को घटनास्थल पर लेकर पहुंची पुलिस, जुटाए सबूत
2025 में बॉलीवुड और टीवी के सितारों का निधन: पंकज धीर सहित कई नाम शामिल
फर्रुखाबाद जिले में दीपावली के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, अस्पतालों में बर्न वार्ड सक्रिय
IPL 2026: 5 ऐसे बड़े खिलाड़ी जिन्हें रिलीज कर सकती है राजस्थान रॉयल्स