चीन के वैज्ञानिकों ने फिर एक नया करिश्मा कर दिखाया है। इस बार उन्होंने एक मिनी फ्रिज की साइज जितना कंप्यूटर बनाया है। इसका नाम बीआईई-1 रखा गया है। भले यह साइज में छोटा होगा, लेकिन इसमें पावर तो एक सुपरकंप्यूटर जितनी ही है। इसकी बड़े बड़ी खासियत यही है कि 'मिनी फ्रिज' के नाम से लोकप्रिय हो रहा है। यह कंप्यूटर 90 प्रतिशत कम बिजली खाता है। बीआईई-1 को गुआंगडोंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेलिजेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने बनाया। यह घर, छोटे दफ्तर या गाड़ी में भी लग सकता है। शोर कम करता है, इसे मिनी सुपरकंप्यूटर कहते हैं। हर कोई आसानी से इस्तेमाल कर सकता है।
घर की बिजली से चलता हैसाउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट बताती है कि पुराने सुपरकंप्यूटर बहुत बड़े होते हैं। एक कमरा घेर लेते हैं। बिजली बहुत खाते हैं। ठंडा रखने में भी बिजली लगती है। निवेश भी ज्यादा चाहिए। लेकिन बीआईई-1 मिनी फ्रिज जितना है, यह घर की बिजली से चलता है। इसमें 1152 सीपीयू कोर हैं, मेमोरी 4.8 टेराबाइट है। जबकि स्टोरेज 204 टेराबाइट है। ब्रेन जैसा नेटवर्क इस्तेमाल करता है और थोड़े डेटा से सीखता है। टेक्स्ट, फोटो, आवाज सब संभालने की क्षमता है। ट्रेनिंग स्पीड 100,000 टोकन प्रति सेकंड है, इन्फरेंस स्पीड 500,000 टोकन प्रति सेकंड है ।
मेक्सिमम टेंपरेचर कितना जाता है?इस कंप्यूटर की एक और खास बात है, यह सबसे मुश्किल काम करता है, तब भी इसका तापमान 70 डिग्री से कम रहता है। शोर बिल्कुल नहीं करता और पुराने क्लस्टर जैसे जीपीयू की जरूरत भी नहीं है। यह खुद ही तेज चलता है।
किस काम आ सकता है ये कंप्यूटरघर में हेल्थ चेकअप के लिए इसका इस्तेमाल हो सकता है। यह बच्चों की पढ़ाई में मदद कर सकता है। इसके अलावा, ऑफिस में पर्सनल AI के तौर पर भी काम कर सकता है। इसका फायदा ये है कि अब आम लोग भी ब्रेन जैसी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर सकेंगे और हर जगह इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग पहुंचेगी।
कंप्यूटिंग आसान हो जाएगीइस कंप्यूटर को दो कंपनियों ने मिलकर बनाया। झुहाई हेंगकिन नियोजेनिंट टेक्नोलॉजी और सुइरेन मेडिकल टेक्नोलॉजी। दोनों जीडीआईआईएसटी से निकली हैं। बीआईई-1 से कंप्यूटिंग आसान हो जाएगी और महंगे डेटा सेंटर की जरूरत भी कम हो जाएगी। अब हर कोई सुपरकंप्यूटर की पावर घर ले जा सकेगा।
घर की बिजली से चलता हैसाउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट बताती है कि पुराने सुपरकंप्यूटर बहुत बड़े होते हैं। एक कमरा घेर लेते हैं। बिजली बहुत खाते हैं। ठंडा रखने में भी बिजली लगती है। निवेश भी ज्यादा चाहिए। लेकिन बीआईई-1 मिनी फ्रिज जितना है, यह घर की बिजली से चलता है। इसमें 1152 सीपीयू कोर हैं, मेमोरी 4.8 टेराबाइट है। जबकि स्टोरेज 204 टेराबाइट है। ब्रेन जैसा नेटवर्क इस्तेमाल करता है और थोड़े डेटा से सीखता है। टेक्स्ट, फोटो, आवाज सब संभालने की क्षमता है। ट्रेनिंग स्पीड 100,000 टोकन प्रति सेकंड है, इन्फरेंस स्पीड 500,000 टोकन प्रति सेकंड है ।
मेक्सिमम टेंपरेचर कितना जाता है?इस कंप्यूटर की एक और खास बात है, यह सबसे मुश्किल काम करता है, तब भी इसका तापमान 70 डिग्री से कम रहता है। शोर बिल्कुल नहीं करता और पुराने क्लस्टर जैसे जीपीयू की जरूरत भी नहीं है। यह खुद ही तेज चलता है।
किस काम आ सकता है ये कंप्यूटरघर में हेल्थ चेकअप के लिए इसका इस्तेमाल हो सकता है। यह बच्चों की पढ़ाई में मदद कर सकता है। इसके अलावा, ऑफिस में पर्सनल AI के तौर पर भी काम कर सकता है। इसका फायदा ये है कि अब आम लोग भी ब्रेन जैसी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर सकेंगे और हर जगह इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग पहुंचेगी।
कंप्यूटिंग आसान हो जाएगीइस कंप्यूटर को दो कंपनियों ने मिलकर बनाया। झुहाई हेंगकिन नियोजेनिंट टेक्नोलॉजी और सुइरेन मेडिकल टेक्नोलॉजी। दोनों जीडीआईआईएसटी से निकली हैं। बीआईई-1 से कंप्यूटिंग आसान हो जाएगी और महंगे डेटा सेंटर की जरूरत भी कम हो जाएगी। अब हर कोई सुपरकंप्यूटर की पावर घर ले जा सकेगा।
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