रांची: झारखंड में नक्सली हिंसा के पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने एक दशक से भी ज्यादा समय बाद यह आदेश जारी किया है। इसके तहत चाईबासा, गुमला, लातेहार और देवघर जिलों में नक्सली हमलों में मारे गए पांच लोगों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। पलामू जिले में पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया और उनके पास से हथियारों बरामद किए। आरोपी कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
पलामू जिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों व्यक्तियों को सोमवार को पांडु-छतरपुर रोड से गिरफ्तार किया गया। उप-मंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) आलोक कुमार टूटी ने कहा, “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि दोनों राज्य में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके आधार पर हमने जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।” टूटी के अनुसार, दोनों व्यक्तियों के पास से दो पिस्तौल बरामद की गई हैं। उन्होंने बताया कि पांडु थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है।
एक दशक के बाद मृतकों के परिवारों को मददझारखंड सरकार ने नक्सल हिंसा में जान गंवाने वाले पांच लोगों के परिवारों को आर्थिक मदद देने का फैसला किया है। यह मुआवजा उन परिवारों को मिलेगा जिनके सदस्य नक्सली वारदातों के शिकार हुए थे। सरकार ने यह कदम एक दशक से भी ज़्यादा समय के इंतजार के बाद उठाया है। इस फैसले से प्रभावित परिवारों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
जिन पांच लोगों के परिवारों को मुआवजा मिलेगा, उनमें देवघर जिले के विष्णु प्रसाद शामिल हैं। वे 8 नवंबर 2008 को नक्सली हमले में मारे गए थे। उनकी पत्नी, हमेंती देव्या को यह एक लाख रुपये की राशि मिलेगी। इसी तरह, चाईबासा जिले के बुधनाथ हस्सा पूर्ति, जो 28 जून 2012 को नक्सल हिंसा के शिकार हुए थे, उनकी पत्नी रामदी सोए को भी एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
गुमला जिले के रितु बढ़ई 12 अगस्त 2013 को नक्सली हमले में मारे गए थे। उनकी पत्नी बालो सोय को भी सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मिलेगी। लातेहार जिले के सलमान अंसारी 18 अगस्त 2013 को नक्सल हिंसा में मारे गए थे। उनकी पत्नी शब्बा प्रवीण को भी यह राशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, चाईबासा जिले के केलमेंट बरजो 30 अगस्त 2016 को नक्सली हिंसा का शिकार हुए थे। उनकी पत्नी सुनीता को भी एक लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा।
पलामू में सड़क हादसे में महिला की मौतपलामू जिले में एक मोटरसाइकिल के मालवाहक ट्रक से टकरा जाने से एक महिला की मौत हो गई तथा उसका पति एवं बेटी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह हादसा सोमवार को पाटन थानाक्षेत्र में मेदिनीनगर-पाटन मार्ग पर हुआ है। पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान आशा कुमारी (27) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक शव को पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमएमसीएच) ले जाया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला के पति और सात साल की बेटी का उसी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
पलामू जिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों व्यक्तियों को सोमवार को पांडु-छतरपुर रोड से गिरफ्तार किया गया। उप-मंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) आलोक कुमार टूटी ने कहा, “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि दोनों राज्य में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके आधार पर हमने जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।” टूटी के अनुसार, दोनों व्यक्तियों के पास से दो पिस्तौल बरामद की गई हैं। उन्होंने बताया कि पांडु थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है।
एक दशक के बाद मृतकों के परिवारों को मददझारखंड सरकार ने नक्सल हिंसा में जान गंवाने वाले पांच लोगों के परिवारों को आर्थिक मदद देने का फैसला किया है। यह मुआवजा उन परिवारों को मिलेगा जिनके सदस्य नक्सली वारदातों के शिकार हुए थे। सरकार ने यह कदम एक दशक से भी ज़्यादा समय के इंतजार के बाद उठाया है। इस फैसले से प्रभावित परिवारों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
जिन पांच लोगों के परिवारों को मुआवजा मिलेगा, उनमें देवघर जिले के विष्णु प्रसाद शामिल हैं। वे 8 नवंबर 2008 को नक्सली हमले में मारे गए थे। उनकी पत्नी, हमेंती देव्या को यह एक लाख रुपये की राशि मिलेगी। इसी तरह, चाईबासा जिले के बुधनाथ हस्सा पूर्ति, जो 28 जून 2012 को नक्सल हिंसा के शिकार हुए थे, उनकी पत्नी रामदी सोए को भी एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
गुमला जिले के रितु बढ़ई 12 अगस्त 2013 को नक्सली हमले में मारे गए थे। उनकी पत्नी बालो सोय को भी सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मिलेगी। लातेहार जिले के सलमान अंसारी 18 अगस्त 2013 को नक्सल हिंसा में मारे गए थे। उनकी पत्नी शब्बा प्रवीण को भी यह राशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, चाईबासा जिले के केलमेंट बरजो 30 अगस्त 2016 को नक्सली हिंसा का शिकार हुए थे। उनकी पत्नी सुनीता को भी एक लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा।
पलामू में सड़क हादसे में महिला की मौतपलामू जिले में एक मोटरसाइकिल के मालवाहक ट्रक से टकरा जाने से एक महिला की मौत हो गई तथा उसका पति एवं बेटी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह हादसा सोमवार को पाटन थानाक्षेत्र में मेदिनीनगर-पाटन मार्ग पर हुआ है। पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान आशा कुमारी (27) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक शव को पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमएमसीएच) ले जाया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला के पति और सात साल की बेटी का उसी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
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