New Zealand Job Rules: न्यूजीलैंड में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की अब पार्ट-टाइम जॉब से ज्यादा कमाई होने वाली है। न्यूजीलैंड में स्टूडेंट वीजा के तहत काम करने के नए नियम लागू हो चुके हैं। इसके तहत अब विदेशी स्टूडेंट्स को पढ़ाई के दौरान हर हफ्ते 25 घंटे तक पार्ट-टाइम जॉब करने की इजाजत होगी। विदेशी स्टूडेंट्स को पार्ट-टाइम जॉब की इजाजत इसलिए मिलती है, ताकि वे इससे होने वाली कमाई से अपने रोजमर्रा के खर्चों को कवर कर पाएं और देश का वर्क कल्चर समझ सकें।
नया फैसला सरकार के 'इंटरनेशनल एजुकेशन गोइंग फॉर ग्रोथ प्लान' का हिस्सा है, जिसे जुलाई में पेश किया गया था। इसका मकसद देश के एजुकेशन सेक्टर का विस्तार करना था। साथ ही साथ ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए न्यूजीलैंड को एक आकर्षित देश बनाना था। न्यूजीलैंड धीरे-धीरे भारतीय छात्रों के बीच एक पॉपुलर स्टडी-अब्रॉड डेस्टिनेशन बन रहा है। इसकी एक मुख्य वजह यहां अंग्रेजी में होने वाली पढ़ाई है। यहां पर अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा जैसे देशों की तुलना में कम फीस भी ली जाती है।
स्टूडेंट्स किस तरह उठाएं नए नियम का फायदा?
अभी जो भी स्टूडेंट्स हर हफ्ते 20 घंटे काम कर रहे हैं, उन्हें नए नियम के तहत 25 घंटे जॉब की इजाजत होगी। नए नियम के तहत बढ़े हुए वर्किंग ऑवर्स का फायदा उठाने के लिए स्टूडेंट्स को इमिग्रेशन ऑनलाइन के माध्यम से या INZ 1020 वेरिएशन ऑफ कंडीशंस फॉर्म जमा करके आवेदन करना होगा, जो इस बात पर निर्भर करता है कि उनका वर्तमान वीजा कब जारी किया गया था। एप्लिकेशन फीस 325 न्यूजीलैंड डॉलर है।
18 अगस्त 2025 से पहले जारी किए गए वीजा वाले लोग पहले के सिस्टम के तहत अप्लाई कर सकते हैं। नए वीजा वाले लोगों को अडवांस इमिग्रेशन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना होगा। इमिग्रेशन न्यूजीलैंड ने साफ किया है कि वीजा होल्डर को अपने एजुकेशन प्रोवाइडर बदलने या अपनी पढ़ाई के स्तर को कम करने पर आम तौर पर केवल शर्तों में बदलाव के बजाय एक नए स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन करने की जरूरत होगी।
कितने स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा?
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, न्यूजीलैंड में अभी 40,987 स्टूडेंट वीजा होल्डर हैं, जिनके पास काम करने का अधिकार है। इसमें से करीब 30 हजार वीजा होल्डर ऐसे हैं, जिनका वीजा मार्च 2026 तक एक्सपायर भी हो जाएगा। इसका मतलब स्टूडेंट्स की एक बड़ी संख्या है, जिसे इस नए बदलाव की वजह से बड़े पैमाने पर फायदा मिलने वाला है। अधिकारियों का पूरा जोर न्यूजीलैंड को एक पॉपुलर स्टडी अब्रॉड डेस्टिनेशन बनाना है।
नया फैसला सरकार के 'इंटरनेशनल एजुकेशन गोइंग फॉर ग्रोथ प्लान' का हिस्सा है, जिसे जुलाई में पेश किया गया था। इसका मकसद देश के एजुकेशन सेक्टर का विस्तार करना था। साथ ही साथ ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए न्यूजीलैंड को एक आकर्षित देश बनाना था। न्यूजीलैंड धीरे-धीरे भारतीय छात्रों के बीच एक पॉपुलर स्टडी-अब्रॉड डेस्टिनेशन बन रहा है। इसकी एक मुख्य वजह यहां अंग्रेजी में होने वाली पढ़ाई है। यहां पर अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा जैसे देशों की तुलना में कम फीस भी ली जाती है।
स्टूडेंट्स किस तरह उठाएं नए नियम का फायदा?
अभी जो भी स्टूडेंट्स हर हफ्ते 20 घंटे काम कर रहे हैं, उन्हें नए नियम के तहत 25 घंटे जॉब की इजाजत होगी। नए नियम के तहत बढ़े हुए वर्किंग ऑवर्स का फायदा उठाने के लिए स्टूडेंट्स को इमिग्रेशन ऑनलाइन के माध्यम से या INZ 1020 वेरिएशन ऑफ कंडीशंस फॉर्म जमा करके आवेदन करना होगा, जो इस बात पर निर्भर करता है कि उनका वर्तमान वीजा कब जारी किया गया था। एप्लिकेशन फीस 325 न्यूजीलैंड डॉलर है।
18 अगस्त 2025 से पहले जारी किए गए वीजा वाले लोग पहले के सिस्टम के तहत अप्लाई कर सकते हैं। नए वीजा वाले लोगों को अडवांस इमिग्रेशन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना होगा। इमिग्रेशन न्यूजीलैंड ने साफ किया है कि वीजा होल्डर को अपने एजुकेशन प्रोवाइडर बदलने या अपनी पढ़ाई के स्तर को कम करने पर आम तौर पर केवल शर्तों में बदलाव के बजाय एक नए स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन करने की जरूरत होगी।
कितने स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा?
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, न्यूजीलैंड में अभी 40,987 स्टूडेंट वीजा होल्डर हैं, जिनके पास काम करने का अधिकार है। इसमें से करीब 30 हजार वीजा होल्डर ऐसे हैं, जिनका वीजा मार्च 2026 तक एक्सपायर भी हो जाएगा। इसका मतलब स्टूडेंट्स की एक बड़ी संख्या है, जिसे इस नए बदलाव की वजह से बड़े पैमाने पर फायदा मिलने वाला है। अधिकारियों का पूरा जोर न्यूजीलैंड को एक पॉपुलर स्टडी अब्रॉड डेस्टिनेशन बनाना है।
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