हल्दी वाला दूध, जिसे ‘गोल्डन मिल्क’ भी कहा जाता है, वर्षों से आयुर्वेद में सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता रहा है। इसमें मौजूद हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से सर्दी, खांसी, और सूजन जैसी बीमारियों से लड़ने में लाभ होता है। हालांकि, हर स्वास्थ्य उपकारी चीज़ की तरह, हल्दी वाला दूध हर किसी के लिए सुरक्षित और लाभकारी नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार कुछ विशेष परिस्थितियों में यह परेशानी भी बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं किन 5 श्रेणियों के लोगों को हल्दी वाला दूध पीते समय सतर्क रहना चाहिए।
1. पेट और पाचन संबंधी समस्या वाले लोग
हल्दी में पाचन सुधारने वाले गुण जरूर होते हैं, लेकिन अत्यधिक सेवन से कुछ लोगों को पेट में जलन, एसिडिटी या गैस की समस्या हो सकती है। खासकर जिन लोगों को पहले से ही गैस्ट्राइटिस, अल्सर या पेट की अन्य परेशानियां हैं, उन्हें हल्दी वाला दूध सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए। इससे उनकी पाचन क्रिया और भी बिगड़ सकती है।
2. ब्लड थिनर लेने वाले मरीज
हल्दी में प्राकृतिक ब्लड थिनर (रक्त पतला करने वाले) गुण होते हैं। यदि कोई व्यक्ति पहले से ही ब्लड थिनर दवाएं जैसे वॉरफरिन या क्लोपिडोग्रेल ले रहा है, तो हल्दी वाला दूध पीने से खून बहने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए ऐसे मरीजों को डॉक्टर से सलाह लिए बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
3. गर्भवती महिलाएं
गर्भावस्था में हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में ही सुरक्षित माना जाता है। लेकिन अत्यधिक हल्दी वाले दूध का सेवन गर्भाशय को प्रभावित कर सकता है और गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को हल्दी वाला दूध लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
4. किडनी की समस्या वाले मरीज
हल्दी में मौजूद कुछ तत्व किडनी पर अतिरिक्त बोझ डाल सकते हैं। खासकर जो लोग किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं या जिनकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही, उन्हें हल्दी वाले दूध का सेवन करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। बिना चिकित्सक की सलाह के इसका सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
5. एलर्जी वाले लोग
कुछ लोगों को हल्दी से एलर्जी हो सकती है, जिसके कारण त्वचा पर दाने, खुजली या सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि हल्दी वाला दूध पीने के बाद किसी भी तरह की एलर्जी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत इसका सेवन बंद कर डॉक्टर से संपर्क करें।
विशेषज्ञों की राय
डॉक्टर और आयुर्वेदाचार्य दोनों का कहना है कि हल्दी वाला दूध यदि सही मात्रा और सही समय पर लिया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। लेकिन किसी भी प्राकृतिक उपचार की तरह इसे भी अंधविश्वास या बिना जांच के नियमित लेना नुकसानदेह साबित हो सकता है। खासकर यदि आपकी कोई पुरानी बीमारी हो, तो हल्दी वाला दूध पीने से पहले अपने डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
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