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Google ने चुने 20 AI स्टार्टअप्स, होगा भारत में नवाचार की नई लहर

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तकनीकी दुनिया में एक और ज़बरदस्त कदम उठाते हुए Google ने भारत के 20 उभरते एआई (AI) स्टार्टअप्स को चुना है अपने नए एक्सेलेरेटर प्रोग्राम “Google for Startups Accelerator: AI First in India” के लिए। यह पहल उन स्टार्टअप्स के लिए है जो “Seed” से “Series A” की स्टेज पर हैं और ऐसे AI उत्पाद / एप्लिकेशन या फाउंडेशनल मॉडल बना रहे हैं जिनमें नवाचार की गुंजाइश हो।

चयन प्रक्रिया और उद्देश्य

इस प्रोग्राम में चयनित स्टार्टअप्स की संख्या लगभग 1,600 आवेदकों में से हुई है।Google का उद्देश्य है कि ये स्टार्टअप्स न सिर्फ तकनीकी विकास करें, बल्कि उन्हें बाजार में प्रभावपूर्ण स्थान मिले।कार्यक्रम के दायरे में हेल्थकेयर, वित्त (finance), शिक्षा, जलवायु (climate) जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है।समर्थन और संसाधन

चुने गए स्टार्टअप्स को इस तरह की सहायता मिलेगी:

Google Cloud इंफ्रास्ट्रक्चर और Gemini मॉडल्स तक पहुंच।तकनीकी मेंटरशिप (technical mentorship) और “go‑to‑market” रणनीति (strategy) तैयार करने में मदद।“Responsible AI” के मानकों का पालन, ताकि AI समाधान सुरक्षित, न्यायसंगत और समाजोपयोगी हों।विशेषताएँ और प्राथमिकताएँ

प्रोग्राम में विशेष फोकस इस प्रकार है:

लगभग 45% स्टार्टअप्स को Agentic AI से संबंधित काम हो रहा है, जहाँ AI स्वायत्त (autonomous) तरीके से कुछ निर्णय या गतिविधियाँ कर सके।30% मामले होंगे Multimodal AI के, जिसमें टेक्स्ट, इमेज, आवाज़ जैसे अलग-अलग माध्यमों (modalities) का मिश्रण हो।बाकी 25% स्टार्टअप्स foundational models और Responsible AI जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।कुछ चुनिंदा स्टार्टअप्स और प्रोजेक्ट्स

यहाँ कुछ नाम हैं और उनकी खासियतें:

Adya AI: एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म जो enterprises के लिए “AI एजेन्ट्स” तैयार करता है, जिन्हें कम्पोज़ेबल, सुरक्षित और डोमेन‑एग्नॉस्टिक बनाया जा सके।

Aignosis: ऑटिज़्म (Autism) के लिए एक सस्ते और स्केलेबल स्क्रीनिंग टूल, जिसे वेबसँच कैमरा के माध्यम से किया जा सकता है।

AiSteth: स्मार्ट स्टेथोस्कोप जो दिल व श्वसन प्रणाली (cardio‑respiratory) की बीमारियों का जल्द पता लगाने में सहायक हो।

Protecto: एंटरप्राइज़ डेटा सुरक्षा (enterprise data security) प्लेटफ़ॉर्म, विशेष रूप से GenAI के उपयोग के संदर्भ में।

संभावित चुनौतियाँ

हालाँकि अवसर बहुत है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:

स्केलिंग (विस्तार) की कठिनाई: उत्पाद को बड़े स्तर पर लाना, लागत प्रबंधन, स्थिरता और गुणवत्ता बनाए रखना आसान नहीं होगा।

नियामक और गोपनीयता विषय: डेटा सुरक्षा, उपयोगकर्ता गोपनीयता (privacy) और AI मॉडल्स की नैतिक सीमाएँ सुनिश्चित करना ज़रूरी है।

वित्तीय व संसाधन दबाव: Seed‑Series A स्टार्टअप्स अक्सर सीमित संसाधन और बजट से काम करते हैं; उच्च लागत वाले AI संसाधनों का लगातार उपयोग महँगा हो सकता है।

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