By Jitendra Jangid- दोस्तो जैसा कि हम सब जानते हैं भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़े रेलवे विभागों में से एक हैं, जिससे प्रतिदिन करोड़ो लोग यात्रा करते है, चाहे आप अक्सर यात्रा करते हों या पहली बार ट्रेन में चढ़ रहे हों, एक सुखद यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सीट से जुड़े कुछ नियमों को जानना ज़रूरी है। इनकी अनदेखी करने से यात्रा के दौरान विवाद या शिकायत भी हो सकती है, आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में

निचली बर्थ का समय नियम
निचली बर्थ वाले यात्री केवल रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के बीच ही सो सकते हैं।
इस समय सीमा के बाद, निचली बर्थ पर दूसरों के साथ बैठना ज़रूरी है।
रात 10 बजे से पहले दूसरों को निचली सीट खाली करने के लिए मजबूर करने पर शिकायतें हो सकती हैं।
मिडिल बर्थ का उपयोग
मिडिल बर्थ केवल रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के बीच ही खोली जा सकती है।
दिन के समय, लोअर और मिडिल बर्थ के यात्रियों के लिए आरामदायक बैठने की सुविधा के लिए बर्थ को मोड़ा जाना चाहिए।
अपर बर्थ का लाभ
अपर बर्थ के यात्रियों के लिए कोई विशेष प्रतिबंध नहीं हैं।
आप दिन या रात के किसी भी समय अपर बर्थ पर बैठ सकते हैं या सो सकते हैं।
साइड सीटों की जानकारी
साइड अपर या साइड लोअर बर्थ के लिए कोई सख्त समय नियम लागू नहीं होते हैं।

हालांकि, यात्रियों को दिन के समय उपयोग के संबंध में सामान्य शिष्टाचार और आपसी समझ का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
Disclaimer: This content has been sourced and edited from [ZeeNewsHindi]
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