By Jitendra Jangid- दोस्तो हाल ही के सालों में बॉलीवुड की कई फिल्मों ने फैंस पर अनूठी छाप छोड़ी हैं, अपनी कई फिल्मों की वजह से जो मध्य-जीवन संकट और जीवन के उत्सव के विषयों को खूबसूरती से चित्रित करती हैं। ये फ़िल्में अक्सर आत्म-खोज, दोस्ती और सामाजिक अपेक्षाओं से मुक्ति के सफ़र को उजागर करती हैं। इस वीकेंड इन फिल्मों को देख कर मन को शांति पहुंचाएं-

तमाशा
रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण अभिनीत, तमाशा को अपनी अनूठी कहानी के लिए व्यापक प्रशंसा मिली।
धमाल
एक हल्की-फुल्की कॉमेडी, धमाल दोस्तों के एक समूह के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक मज़ेदार साहसिक यात्रा पर निकलते हैं। दोस्ती और वर्तमान में जीने के आनंद को दर्शाती है।

गोलमाल
अपनी गुदगुदाने वाली कॉमेडी के लिए मशहूर, गोलमाल एक पारिवारिक मूवी नाइट के लिए एकदम सही है। फिल्म की मनोरंजक कहानी और कॉमेडी टाइमिंग इसे दोस्ती और हंसी का जश्न मनाने वाला एक आनंददायक अनुभव बनाती है।
ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा (ZNMD)
यह प्रतिष्ठित फिल्म तीन दोस्तों की कहानी कहती है जो अपनी व्यस्त ज़िंदगी से ब्रेक लेकर आत्म-खोज की एक रोड ट्रिप पर निकलने का फैसला करते हैं।
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