अजमेर, 5 सितम्बर (Udaipur Kiran News). गुरुवार देर रात अजमेर के बोराज तालाब की पाल टूटने से शहर के कई इलाकों में अफरा-तफरी मच गई. रात करीब 11:15 बजे हुई इस घटना के बाद स्वास्तिक नगर, भारत नगर, रावत नगर, ज्योति नगर और एसएस कॉलोनी सहित फायसागर रोड के करीब एक हजार से अधिक घरों में पानी घुस गया. तेज बहाव के कारण कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और लोग छतों पर चढ़कर जान बचाने को मजबूर हो गए.
तालाब से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर फायसागर रोड तक पानी की धार बेकाबू होकर फैल गई. सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, नगर निगम, एडीए और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और ट्रैक्टरों सहित अन्य साधनों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला गया. अफरातफरी के बीच कई महिलाएं और युवतियां भयभीत होकर रो पड़ीं.
जिला कलेक्टर लोक बंधु ने हालात का जायजा लेते हुए बताया कि कोई जनहानि नहीं हुई है और स्थिति अब नियंत्रण में है. दरअसल, तालाब की पाल में मिट्टी कटाव के चलते टूटने की आशंका पहले ही जताई गई थी. इसी कारण गुरुवार दिन में ही स्वास्तिक नगर के लगभग 80 मकानों को खाली करा दिया गया था. प्रभावित परिवारों को पास के सरकारी स्कूल में अस्थायी आश्रय स्थल में ठहराया गया, जहां भोजन और रहने की व्यवस्था की गई.
हाथीखेड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच लालसिंह रावत ने बताया कि शुक्रवार सुबह तक पानी का स्तर काफी कम हो गया और हालात सामान्य होने लगे हैं. हालांकि, स्वास्तिक नगर में अब भी पानी भरा है, जिसे मड पंप लगाकर निकाला जा रहा है. लगभग 20 लोग अब भी बोराज स्कूल में रुके हुए हैं, जबकि बाकी लोग अपने परिचितों और रिश्तेदारों के घर चले गए हैं.
सुबह होते-होते कई जगहों से पानी उतर गया, लेकिन घरों में मिट्टी की मोटी परत जम गई है. इससे लोगों को अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई मकानों की दीवारें गिर गई हैं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.
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