चेन्नई, 9 अक्टूबर . मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल को कुछ दिनों पहले दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्होंने प्रादेशिक सेना की 77वीं वर्षगांठ पर उनकी निस्वार्थ सेवा और दृढ़ता की सराहना करते हुए एक पोस्ट social media पर शेयर किया है.
इस पोस्ट में उन्होंने बताया कि उन्हें प्रादेशिक सेना में सेवा करने पर कितना गर्व है. बता दें कि हाल ही में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मोहनलाल को समाज में उनके उत्कृष्ट योगदान और सशस्त्र बलों से सतत जुड़ाव के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया था.
Actor मोहनलाल ने अपनी एक्स टाइमलाइन पर लिखा, “77 वर्षों की निस्वार्थ सेवा, अटल दृढ़ता और अडिग समर्पण—यही है प्रादेशिक सेना की गौरवशाली विरासत. 122 आईएनएफ बटालियन (टीए) मद्रास, कोझिकोड में उन वीर नारी-पुरुषों के साथ सेवा करना गर्व की बात है, जो India की सच्ची आत्मा को जीवंत करते हैं. राष्ट्र की रक्षा में डटे प्रत्येक सैनिक को सलाम और शहीदों व उनके परिवारों को उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए हृदय से नमन. जय हिंद!”
मोहनलाल को मई 2009 में प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था. वह तभी से ही सेना में भी अपनी सेवाएं देते रहे हैं. अगस्त 2024 में वायनाड में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान उन्होंने राहत कार्यों में हाथ बटाया था. तब सेना के साथ मिलकर उन्होंने पीड़ितों की मदद की थी.
सिनेमा के अलावा, मोहनलाल विश्वशांति फाउंडेशन नाम की संस्था के जरिए समाज के कल्याण के लिए अलग-अलग तरह के प्रयास करते रहते हैं. वह पूरे India में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास, और पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्यों को अपना समर्थन देते रहे हैं. उनकी निस्वार्थ सेवा और सेना के प्रति अटूट सम्मान को देखते हुए थल सेनाध्यक्ष ने मोहनलाल को थलसेनाध्यक्ष प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया था.
मोहनलाल को 2001 में पद्मश्री और 2019 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने अपने 4 दशक के लंबे करियर में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है. इनमें मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी भाषा की फिल्में शामिल हैं. उनकी अदाकारी ने न केवल भारतीय सिनेमा को समृद्ध किया है, बल्कि करोड़ों दर्शकों के दिलों में विशेष स्थान बनाया है.
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जेपी
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