कलबुर्गी, 23 मई . कर्नाटक के कलबुर्गी में 21 मई को घटित एक विवादास्पद घटना को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. भाजपा के विधान परिषद सदस्य एन. रवि कुमार ने कांग्रेस नेता और मंत्री प्रियांक खड़गे पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है. यह मामला विपक्ष के नेता चलवादी नारायण स्वामी की तिरंगा यात्रा से जुड़ा है.
एन. रवि कुमार ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी से खास बातचीत में बताया कि 21 मई को जब चलवादी नारायण स्वामी कलबुर्गी के सीतापुर में तिरंगा यात्रा में भाग लेने पहुंचे, तब उन्हें एक साजिश के तहत कार्यक्रम में शामिल होने से रोका गया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रियांक खड़गे ने पुलिस अधिकारियों को फोन कर निर्देश दिया कि नारायण स्वामी को कार्यक्रम स्थल के लिए बाहर न निकलने दिया जाए. इसके बाद नारायण स्वामी को सर्किट हाउस के एक कमरे में बंद कर दिया गया और पांच घंटे तक नजरबंद रखा गया.
उन्होंने कहा कि यह घटना लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है. एक जनप्रतिनिधि को इस तरह बंधक बनाना शर्मनाक है. हम मांग करते हैं कि प्रियांक खड़गे को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए और इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो. यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे. इस घटना में कई पुलिस अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है, उन्हें तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए.
रवि कुमार ने कहा कि अगर प्रियांक खड़गे को अपशब्द कहना गलत है, तो क्या यह सही था कि उनके पिता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को ‘विषधर’ कहा था? क्या वह भाषा उचित थी? उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी और जरूरत पड़ी तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा.
भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी ने पहले भी महंगाई, रेत माफिया और न्याय से वंचित पीड़ितों के लिए कई आंदोलन किए हैं और अब यह मामला जनता के अधिकार और लोकतंत्र की रक्षा से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कानून का शासन चलेगा, किसी एक परिवार की गुंडागर्दी नहीं.
–
पीएसके/एकेजे
The post first appeared on .