किडनी हमारे शरीर के जरूरी अंगों में से एक होता है। ये हेल्थी रहे तो इंसान भी सेहतमंद रहता है। हालांकि कई बार लोग किडनी से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। शुरुआत में इसके लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन समय के साथ ये गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है। इस स्थिति में आपको शुरुआती लक्षणों को नजरंदाज नहीं करना चाहिए। किडनी को हेल्थी रखने के लिए कुछ जरूरी बातें ध्यान रखना चाहिए।
शरीर के लिए बेहद जरूरी है किडनीयदि आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी होती है तो यह आपके रोजमर्रा के काम को भी प्रभावित कर देती है। ये आपकी शारीरिक क्षमता पर भी नेगेटिव प्रभाव डालती है। दरअसल किडनी हमारी बॉडी में ब्लड को फिल्टर करने का काम करती है।
यदि ये सही ढंग से काम करना बंद कर दे तो ब्लड फिल्टर की प्रोसेस पर असर पड़ता है। किडनी से जुड़ी कोई बीमारी होने पर भी किडनी ब्लड को फिल्टर ठीक से नहीं कर पाती है। ऐसे में आगे चलकर किडनी फेलियर का रिस्क भी रहता है।
ये लक्षण है किडनी के खराब होने का संकेतजब आप क्रोनिक किडनी डिजीज से ग्रस्त होते हैं तो शरीर में खून फिल्टर नहीं हो पाता है। इससे शरीर में कई लक्षण दिखते हैं। जैसे खुजली का होना, मांसपेशियों में ऐंठन आना, भूख न लगना, मतली और उल्टी आना, पैरों और टखनों में सूजन हो जाना, अधिक बार
पेशाब आना या फिर पेशाब करने में दिक्कत होना इत्यादि। इतना ही नहीं क्रोनिक किडनी डिजीज के चलते कई बार आप ठीक से सो भी नहीं पाते हैं। इन लक्षणों के दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
इस कारण खराब होती है किडनीकिडनी में समस्या आने की कई वजहें होती है। इनमें हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन और डायबिटीज मुख्य कारण होते हैं। वहीं अधक वजन, ज्यादा स्मोकिंग और शराब का सेवन भी आपको किडनी की बीमारी होने का खतरा बड़ा देता है।अत्यधिक नामक और गलत खान-पान की आदतें भी किडनी पर नेगेटिव असर डालती हैं।
ऐसे रखें किडनी को हेल्थीकिडनी को हेल्थी रखने के लिए सेहतमंद और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। नमक और मिर्च मसाले कम खाना चाहिए। यदि आप शराब या सिगरेट पीते हैं तो इनका सेवन आज ही बंद कर दें। सेकंड हेंड स्मोकिंग यानि बगल में धूम्रपान करते शख्स का धुआं आपके अंदर घुसना भी खतरनाक होता है।
अधिक वजन भी किडनी की समस्या को बढ़ा देता है। इसलिए डायटिशियन की सलाह और व्यायाम के माध्यम से वजन को कंट्रोल करें। इस बीमारी को गंभीर रूप लेने से रोकने में फिजिकल एक्टिविटी अहम भूमिका निभाती है।
इसलिए रोज सुबह शाम घूमना और कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करना जरूरी होता है। वहीं डायबिटीज के मरीज अपनी ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखकर क्रोनिक किडनी डिजीज से बच सकते हैं। सामान्य लोग भी मीठा कम खाएं तो बेहतर होगा।
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