Milk Benefits: बच्चों के लिए दूध एक जरूरी पोषण तत्व है, जो कि उनके फिजिकल ग्रोथ में आपकी मदद करता है. इस खबर में हम आपको दूध के जरूरत के बारे में बताएंगे, साथ ही ये भी बताएंगे दूध के जगह पर क्या डाइट में शामिल किया जा सकता है, जिससे शरीर में कोई कमी न हो. दूध हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है, उतना ही जितना खाना. बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए दूध का सेवन जरूरी होता है, लेकिन कुछ बच्चे दूध पीने में आनाकानी करते हैं या लैक्टोज इंटॉलरेंस होने के कारण दूध नहीं पी पाते हैं. ऐसे में बच्चों के शरीर में कई तरह के डिसऑर्डर होने के चांसेस बनी रहती है.
दूध नहीं पीने से क्या होता है?
दूध में प्रोटीन, भरपूर मात्रा में कैल्शियम और बी12 पाया जाता है. अगर बच्चे दूध नहीं पीते हैं, तो उन्हें हड्डियों से जुड़ी समस्या, कुछ स्किन से जुड़ी समस्या, मसल्स में कमजोरी, इम्युनिटी वीक होना और पेट पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकते हैं.
इन चीजों से पूरी करें कैल्शियम और प्रोटीन की जरूरत
ऐसे में बच्चों को दूध की बजाय दूसरी चीजों के जरिए कैल्शियम और प्रोटीन को पूरी की जा सकती है. दाल हमारे खाने का मुख्य स्रोत है और दालों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है. ऐसे में दूध के बदले बच्चों को दालों से बनी चीजें खिला सकते हैं. इसके लिए मुख्यत: हरी मूंग दाल, मसूर दाल, और काले और सफेद चने का इस्तेमाल कर सकते हैं. साबुत दालों को अंकुरित कर चाट के रूप में बच्चों को दिया जा सकता है, या दाल और चने के कबाब भी बनाए जा सकते हैं.
ड्राई फ्रूट्स के फायदे
ड्राई फ्रूट्स भी प्रोटीन और कैल्शियम का खजाना होते हैं. बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और खरबूज के बीज में मिनरल्स और ओमेगा-3 होता है. अखरोट में सबसे ज्यादा ओमेगा-3 होता है, जो मसल्स के ग्रोथ और ब्रेन ग्रोथ के लिए अच्छा होता है.
मिल्क प्रोडक्ट्स के फायदे
दूध से बने प्रोडक्ट्स भी प्रोटीन और कैल्शियम की कमी को पूरा करते हैं. दूध की बजाय पनीर, छेना, और दही का सेवन किया जा सकता है. बच्चों के लिए दही और सब्जियों के साथ रायता और पनीर के पराठे भी बनाए जा सकते हैं. कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मदद से भी दूध की कमी को पूरा किया जा सकता है. अश्वगंधा चूर्ण, बाला और शतावरी जैसी जड़ी-बूटियां वैसा ही कार्य करती हैं, जैसा दूध करता है. इनमें मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करने की ताकत होती है.
अंडे और मछली से भी पूरी कर सकते हैं दूध की कमी
इसके अलावा, मांसाहार पसंद करने वाले अंडे और मछली से भी इसकी पूर्ति कर सकते हैं. चिकन और मटन में भी भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है, लेकिन बच्चों को ऐसे आहार कम मात्रा में दें क्योंकि उनका पाचन तंत्र धीमी गति से काम करता है.
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