पानी जीवन का अभिन्न हिस्सा है, और यह हमारे शरीर के अंगों के सही कार्य के लिए आवश्यक है। लेकिन, पानी पीने का तरीका भी हमारी सेहत पर प्रभाव डालता है। विशेषज्ञों का मानना है कि खड़े होकर पानी पीने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। सही तरीके से पानी पीने से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह शरीर में पानी के अवशोषण को भी बेहतर बनाता है।
पाचन पर प्रभाव
जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं, तो यह सीधे ग्रासनली से पेट में चला जाता है। इससे अचानक पानी का पेट में गिरना पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकता है। यदि यह आदत नियमित हो जाती है, तो पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो सकता है, जिससे अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके विपरीत, बैठकर पानी पीने से यह धीरे-धीरे अवशोषित होता है, जिससे पाचन में कोई बाधा नहीं आती।
किडनी पर प्रभाव
खड़े होकर पानी पीने से यह सीधे मूत्राशय में चला जाता है, जिससे गुर्दे पर दबाव बढ़ता है। इससे किडनी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि किडनी स्टोन। बैठकर पानी पीने से गुर्दे को सही तरीके से काम करने का समय मिलता है, जिससे स्वास्थ्य में सुधार होता है।
जोड़ों में दर्द
खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों में तरल पदार्थों का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे दर्द और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जबकि बैठकर पानी पीने से शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बना रहता है, जो जोड़ों की सेहत के लिए लाभकारी होता है।
You may also like
RPSC APO Mains Exam 2025: आयोग ने जारी किया मुख्य परीक्षा का शेड्यूल, जानिए कब डाउनलोड कर सकेंगे एडमिट कार्ड
फिर मिले इंदौर में इंदौर में कोरोना के दो नए मरीज
उत्तर प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा पर क्यों हो रही है मदरसों पर कार्रवाई? - ग्राउंड रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया राजगढ़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण, यात्रियों को मिलेंगी ये आधुनिक सुविधाएं
जानुष कुसोचिंस्की मेमोरियल 2025: दूसरे स्थान पर रहे नीरज चोपड़ा, 22वीं बार टॉप-2 में खत्म किया मुकाबला