दुनिया भर के बिजनेस लीडर्स जीवाश्म ईंधन के खिलाफ हो चुके हैं. यह एक वैश्विक सर्वेक्षण से सामने आया है, जो दुनिया की छोटी और बड़ी श्रेणियां की कंपनियों के बीच किया गया. इस सर्वे में लगभग 15 देश के बिजनेस लीडर्स ने रिन्यूएबल एनर्जी को अपनाने और जीवाश्म ईंधन को छोड़ने की बात कही. जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल में हो कमीजीवाश्म ईंधन को बचाने के लिए दुनिया टर्निंग पॉइंट पर पहुंच चुकी है. इनमें कच्चा तेल, कोयला, प्राकृतिक गैस आदि शामिल है. इनका निर्माण लाखों साल पहले जानवरों और मृत्यु पौधों के अवशेषों से होता है. इन्हें बनने में लाखों साल लग जाते हैं और यह पृथ्वी की सतह के नीचे दबे रहते हैं, इसलिए बिजनेस लीडर्स का कहना है कि इनके इस्तेमाल में कमी की जानी चाहिए. 97% बिजनेस लीडर्स जीवाश्म ईंधन के खिलाफवैश्विक सर्वेक्षण में दुनियाभर के लगभग 97 % बिजनेस लीडर्स मैं जीवाश्म इंधनों के इस्तेमाल पर रोक लगाने और अन्य विकल्पों को अपनाने के लिए कहा. सर्वे के अनुसार लीडर्स का कहना है कि पारंपरिक ईंधन जैसे कोयला, प्राकृतिक गैस आदि से हटकर सरकारों ने विंड सोलर और अन्य क्लीन एनर्जी को अपनाना चाहिए. रिन्यूएबल एनर्जी आधारित बिजली प्रणालीसर्वे में लगभग 78% बिजनेस लीडर्स ने यह कहा कि वे चाहते हैं कि 2035 या उससे पहले रिन्यूएबल एनर्जी आधारित बिजली प्रणाली देखने को मिले. बिजनेस लीडर्स के जीवाश्म ईंधन के खिलाफ होने के कारण- 1. जलवायु परिवर्तनजीवाश्म ईंधन के ज्यादा इस्तेमाल से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है. जिसके कारण समुद्र स्तर में वृद्धि, पारिस्थितिक तंत्र का विनाश जैसी कई घटनाएं हो रही है. यह न केवल व्यवसाय के लिए बल्कि मानव जाति के लिए भी जोखिम भरा है. 2. नवीकरणीय ऊर्जा सस्ती अब नवीकरणीय ऊर्जा जैसे सौर, पवन ज्यादा सस्ती और टिकाऊ हो रही है. ऐसे व्यवसाय जो जीवाश्म ईंधन पर निर्भर हैं, उन्हें आने वाले समय में प्रतिस्पर्धात्मक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. 3. पूंजी जुटाना में कठिनाई निवेशक और स्टेकहोल्डर भी एनवायरमेंटल सोशल गवर्नेंस के मानकों का पालन करते हैं. ऐसे में जो कंपनियां जीवाश्म इंधनों से जुड़ी है उन्हें आने वाले समय में पूंजी जुटाना में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. 4. ब्रांड छवि को नुकसानपर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ रही है. उपभोक्ता अब टिकाऊ उत्पादों और सेवाओं के साथ ही ऐसे प्रोडक्ट को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं, जो पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाएं. जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता ब्रांड की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है. 5. लागत में वृद्धि कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सरकारों के द्वारा लगातार सख्त नियम बनाए जा रहे हैं. जैसे कार्बन टैक्स. इस व्यवसाय की लागत बढ़ जाती है. इसलिए बिजनेस लीडर्स इनसे दूरी बना रहे हैं. 6. सीमित संसाधनजीवाश्म ईंधन के भंडार काफी सीमित है. ऐसे में जो व्यवसाय इन पर निर्भर हैं, उनके लिए दीर्घकाल में जोखिम की स्थिति बन सकती है. एलन मस्क भी देते हैं प्राथमिकता टेस्ला के एलन मस्क भी जीवाश्म ईंधन के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों और सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रहे हैं. इनके अलावा ब्लैकरॉक के लैरी फिंक और अन्य बड़े बिजनेस लीडर्स भी नवीकरणीय ऊर्जा और सस्टेनेबल प्रथाओं को बढ़ावा दे रहे हैं.
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