Next Story
Newszop

Crude Oil की कीमतों में जारी रहेगी तेजी? क्या कहते है एक्सपर्ट जान लीजिए

Send Push
नई दिल्ली: ईरान–इजरायल के बढ़ते तनाव में अमेरिका की एंट्री के बाद से ग्लोबल इकॉनामी सहित क्रूड ऑयल मार्केट में हलचल बढ़ गई है। दुनिया भर के इन्वेस्टर सजग हो गए हैं। विशेषकर सभी की नजर क्रूड ऑयल की कीमतों पर टिकी हुई है। तनाव का असर दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और बाजार अमेरिका में भी नजर आने लगा है सोमवार को अमेरिकी स्टॉक इंडेक्स फ्यूचर्स में गिरावट देखने को मिली है। वहीं क्रूड ऑयल का प्राइस तेजी से बढ़ रहा है।



अमेरिकी एसएंडपी 500 फ्यूचर्स इंडेक्स सोमवार के दिन 0.3% गिर करके ट्रेड कर रहा है वहीं दूसरी तरफ कच्चा तेल यानी की ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में 2.6% की तेजी देखने को मिली है। इस तेजी का असर सबसे पहले एशिया के स्टॉक मार्केट जापान और ऑस्ट्रेलिया में नजर आया है जो 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ आज भारत का मार्केट भी गिरावट के साथ खुला था। ओवरऑल बाजार के मौजूदा हालात के बीच इस समय निवेशक जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।



और बढ़ेगा क्रूड ऑयल का भाव!अमेरिकी हमले के बाद मामला सुलझता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है क्योंकि ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के बाद अब इजराइल ने ईरान के तेहरान और पश्चिमी ईरान के मिलिट्री ठिकानों पर अटैक शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ ईरान ने अमेरिका के अटैक के बाद स्ट्रेट ऑफ होरमुज़ को बंद करने की तैयारी में लगा हुआ है। जिसके लिए ईरान की पार्लियामेंट में भी चर्चा हुई है। जिस वजह से आने वाले समय में क्रूड ऑयल की कीमत काफी तेजी से बढ़ सकती है।



क्या कहते हैं विशेषज्ञ?एटी ग्लोबल मार्केट्स के निक ट्विडेल का कहना है कि व्यापक तौर पर बाजार में इस समय सबसे जरूरी मुद्दा अस्थिरता को लेकर के बना हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगर आने वाले दिनों में ईरान इजरायल के मुद्दे में न पड़ते हुए अपने हमले हमले नहीं करते हैं तो संभवत बाजार की मौजूदा गिरावट में रुकावट देखने को मिल सकती है। फिलहाल भविष्य के बाजार की दिशा दो बातों पर टिकी हुई है। पहला ट्रंप अगर इस युद्ध को और आगे बढ़ना चाहते हैं या फिर बातचीत करने के लिए टेबल पर वापस आते हैं।

बाजार के दूसरे विशेषज्ञों के अनुसार अगर ईरान दुनिया के सबसे जरूरी कच्चे तेल के रास्ते स्ट्रेट ऑफ होरमुज़ को बंद या फिर नुकसान नहीं पहुंचता है तो ईरान इजरायल और अमेरिका के इस तनाव का असर सीमित ही रहेगा। लेकिन अगर यह रास्ता बंद होता है तो इसका असर पूरी दुनिया पर नजर आएगा।



(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)









Loving Newspoint? Download the app now