भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले वनडे में टीम इंडिया को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही सस्ते में आउट हो गए कोहली शून्य पर और रोहित मात्र 8 रन बनाकर पवेलियन लौटे। मैच पर्थ के बाउंस भरे विकेट पर खेला गया, जहाँ भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए।
पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने इस प्रदर्शन पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि इतने लंबे अंतराल के बाद जब कोई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करता है, तो शुरुआती कठिनाइयाँ आना स्वाभाविक हैं।
220 दिन बाद वापसी पर गलती स्वाभाविक: आकाश चोपड़ाचोपड़ा ने कहा, अगर आप 220 दिन बाद मैदान में उतरते हैं, वह भी पर्थ जैसी जगह पर, जहाँ गेंद में अतिरिक्त उछाल और तेजी होती है, तो ऐसा होना कोई हैरानी की बात नहीं। कभी गेंद बहुत अच्छी होती है, तो कभी हाथ शरीर से दूर चले जाते हैं यह सब क्रिकेट का हिस्सा है। इसमें कोई चिंता की बात नहीं है, अभी दो और मैच बाकी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रोहित और कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी जल्द ही अपनी लय में लौट आएंगे। ये खिलाड़ी कहीं जा नहीं रहे हैं, इसलिए एक मैच के आधार पर नतीजा निकालना सही नहीं होगा। एडिलेड और सिडनी में हालात अलग होंगे और वहां दोनों जरूर रन बनाएंगे, उन्होंने कहा।
चोपड़ा ने अपने बयान में एक दिलचस्प तुलना भी की। उन्होंने कहा कि जैसे साइकिल चलाना एक बार सीख जाने पर कभी भुलाया नहीं जा सकता, वैसे ही क्रिकेट की तकनीक और टच भी पूरी तरह नहीं जाती।
सोचिए, आपने पांच साल बाद साइकिल चलाई तो क्या आप पहले की तरह हैंडल छोड़कर चला पाएंगे? नहीं ना! थोड़ी प्रैक्टिस करनी पड़ेगी। बस यही बात रोहित और कोहली पर भी लागू होती है। जब ये कुछ मैच और खेलेंगे, तो दोबारा आत्मविश्वास से भरे शॉट खेलते नजर आएंगे,चोपड़ा ने कहा।
उन्होंने फैंस से अपील की कि जल्दबाजी में आलोचना करने के बजाय थोड़ा समय दिया जाए। “ये दोनों भारतीय क्रिकेट की रीढ़ हैं। थोड़ा धैर्य रखें, ये वापस उसी अंदाज़ में खेलेंगे जैसे हमेशा खेलते आए हैं,उन्होंने निष्कर्ष में कहा।
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