बाड़मेर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। बाड़मेर अंचल के बाड़मेर, बालोतरा, जैसलमेर और जालोर जिले में 10.50 लाख बिजली मीटर बदलने का काम जीनस कंपनी को दिया गया है। बाड़मेर शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए टीमें गली-गली काम कर रही हैं। रीको द्वितीय में 20-30 लोग अपने घरों में पुराने मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगा रहे हैं। ऐसे में अब स्मार्ट मीटर लगने से बिजली उपभोक्ता ऑनलाइन मोबाइल एप के जरिए अपने मोबाइल पर रोजाना की बिजली खपत देख सकेंगे। फिलहाल ये मीटर पोस्टपेड ही रहेंगे, यानी पहले की तरह मीटर रीडिंग के साथ ही बिल भी आएगा। जब स्मार्ट मीटर लगाने का काम पूरी तरह पूरा हो जाएगा तो इन्हें प्रीपेड मीटर में बदल दिया जाएगा। जब उपभोक्ताओं को बिजली खपत करने से पहले रिचार्ज कराना होगा, तभी घर में रोशनी होगी। जीनस कंपनी ने बाड़मेर में 3.27 लाख, बालोतरा में 2.46 लाख, जैसलमेर में 1.36 लाख और जैसलमेर में 3.57 लाख बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है।
अधिकारी दफ्तर में बैठे-बैठे जान सकेंगे कि कहां कितना लोड चल रहा है
स्मार्ट मीटर लगने से डिस्कॉम के अधिकारी यह भी जान सकेंगे कि किस क्षेत्र में बिजली कटौती ज्यादा है। किस लाइन पर कितना लोड है। लोड कम है या ज्यादा। ऐसे में बिजली मेंटेनेंस का काम भी समय पर हो सकेगा। उपभोक्ता के पास खुद भी रिकॉर्ड रहेगा कि इस महीने कितनी बिजली कटौती हुई। ऐसे में बिजली व्यवस्था में सुधार होगा। तकनीक में बदलाव से बिजली की प्रक्रिया ऑनलाइन हो जाएगी। डिस्कॉम पर कर्ज का बोझ कम होगा और बार-बार औसत बिलिंग और मीटर रीडर द्वारा समय पर रीडिंग नहीं लेने की शिकायतें बंद होंगी।
बाड़मेर जिले में 3.27 लाख मीटर लगाए जाएंगे
बाड़मेर शहर सहित जिले में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। बाड़मेर शहर के कई इलाकों में इसी जून से स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। फिलहाल ये मीटर पहले की तरह पोस्टपेड आधार पर काम करेंगे, लेकिन भविष्य में सरकार एक यूनिट पर 15 पैसे तक की छूट भी देगी। बाड़मेर जिले में 3.27 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। अकेले घरेलू कनेक्शन की बात करें तो यह आंकड़ा करीब 3 लाख है। स्मार्ट मीटर को बिजली मित्र एप से जोड़ा जाएगा। इससे उपभोक्ता अपने मोबाइल पर ही रोजाना की खपत और अनुमानित बिल चेक कर सकेंगे। राज्य सरकार ने निशुल्क स्मार्ट मीटर योजना शुरू की है। इसके लिए घरों, प्रतिष्ठानों, दफ्तरों, औद्योगिक इकाइयों, संस्थानों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैं।
मीटर और इससे जुड़े एप पर ये सुविधाएं
स्मार्ट मीटर से जुड़े बिजली मित्र एप की स्क्रीन के दाईं ओर डेली एनालिसिस रिपोर्ट का टैब होगा। इस पर टच करने पर घर में बिजली खपत की रिपोर्ट खुल जाएगी। इसमें रोजाना, हफ्ते, महीने के हिसाब से खपत की जानकारी मिल सकेगी। एप में पावर क्वालिटी का टैब है। इस पर टच करने से वोल्टेज मानक के अनुसार मिल रहा है या नहीं या वोल्टेज में कितना अंतर आया है जैसी जानकारी मिलेगी। एप पर बिजली आपूर्ति कब बंद हुई, कब रुकावटें (उतार-चढ़ाव) आई आदि का रिकॉर्ड देख सकेंगे। ऑन डिमांड टैब से लोड का पता चल सकेगा। ग्राहक अपने घर, दुकान या फैक्ट्री की रियल टाइम खपत देख सकेंगे।
स्मार्ट मीटर लगाने से ऐसे मिलेगा लाभ
1. क्या स्मार्ट मीटर लगाने के बाद भी 100 यूनिट मुफ्त बिजली योजना का लाभ मिलता रहेगा?
> हां, सरकार की 100 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ पहले की तरह ही मिलेगा। मुफ्त यूनिट के बाद भी चार्ज लगेगा। बाद में प्रीपेड करने पर 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट भी मिलेगी।
2. किस श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं?
> जीनस कंपनी फिलहाल घरेलू, औद्योगिक और सरकारी उपभोक्ताओं के लिए ही स्मार्ट मीटर लगा रही है। कृषि को मुफ्त रखा गया है। स्मार्ट मीटर लगाने से औसत बिलिंग से मुक्ति मिलेगी।
3. क्या वे मुझसे मीटर के लिए पैसे लेंगे? मेरे बिल में चार्ज जुड़ेगा?
> बिल्कुल नहीं। स्मार्ट मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता को कुछ भी नहीं देना है। बिल में कोई चार्ज नहीं जोड़ा जाएगा। सरकार द्वारा निशुल्क मीटर लगाए जा रहे हैं।
4. क्या स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली का बिल ज्यादा आएगा?
> ऐसा नहीं है। स्मार्ट मीटर भी वर्तमान में लगे मीटरों की तरह ही बिजली की खपत को रिकॉर्ड करेंगे। इसके लिए सरकार द्वारा पहले टेस्टिंग की गई और फिर इन्हें उपभोक्ताओं के घरों में लगाया जा रहा है। फर्क सिर्फ इतना है कि ये मीटर बिजली आपूर्ति और खपत की व्यवस्था को स्मार्ट बनाएंगे।
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