विद्यार्थियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और नियमित जल सेवन की आदत को बढ़ावा देने के लिए जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 'वाटर बेल' कार्यक्रम लागू करने का आदेश जारी किया है। रोटरी क्लब आध्या की पहल पर जिले के स्कूलों में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। विद्यार्थियों में जलपान के महत्व को स्थापित करने और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को कम करने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है।
स्वास्थ्य जागरूकता के लिए प्रयास
जिला कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी विद्यालयों में दिन में दो बार तीसरे और छठे पीरियड में विशेष वाटर बेल बजाई जाएगी। यह घंटी सामान्य घंटी से अलग होगी, ताकि इसकी विशेष पहचान हो सके। वाटर बेल बजते ही शिक्षक विद्यार्थियों को पानी पीने के लिए प्रेरित करेंगे। इस पहल का नियमित रूप से पालन किया जाए, इसके लिए विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं। इस कार्यक्रम के अनुपालन की मासिक रिपोर्ट संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जाएगी। सामाजिक स्वास्थ्य जागरूकता प्रयासों के तहत यह आदेश पारित किया गया है।
विद्यालयों में तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा
विद्यालयों में विद्यार्थियों और स्टाफ के लिए स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसी भी आपातकालीन और निर्जलीकरण की स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार बॉक्स रखा जाए, जिसमें ओआरएस की उपलब्धता भी जरूरी है। इसका उपयोग आवश्यकतानुसार किया जाएगा। परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले साधन/वाहन और स्कूल बसें खुली न हों, ताकि विद्यार्थी तेज धूप के संपर्क में न आएं। यात्रा के समय के अलावा स्कूल बसों को छायादार स्थान पर खड़ा किया जाए, ताकि उन्हें अनावश्यक गर्मी न लगे। स्कूल बसों में स्वच्छ पेयजल की भी पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
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