भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर जोर पकड़ चुका है और अगले तीन दिन तक प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने शनिवार 23 अगस्त को नीमच और शिवपुरी जिलों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, यहां आंधी और बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है। वहीं मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, गुना और मुरैना सहित कई जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को भोपाल समेत 20 जिलों में झमाझम बारिश हुई, जिसमें सबसे अधिक वर्षा बालाघाट के मलाजखंड में सवा इंच दर्ज की गई। मंडला में एक इंच, पचमढ़ी में पौन इंच और नरसिंहपुर व श्योपुर में आधा इंच पानी गिरा। इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन, रतलाम, बैतूल, गुना सहित अन्य जिलों में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई। लगातार हो रही बारिश से नर्मदापुरम के तवा डैम का एक गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है, वहीं श्योपुर में सीप नदी के उफान पर आने से निचली बस्तियों में पानी भर गया और बोदल की पुलिया बहने से सवाई माधोपुर रोड बंद करना पड़ा। कराहल क्षेत्र में नाले में बहे दो युवकों में से एक को ग्रामीणों ने बचा लिया जबकि दूसरे की तलाश एसडीईआरएफ कर रही है।
मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि प्रदेश के ऊपर से गुजर रही मानसून टर्फ और उत्तरी हिस्से में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से बारिश का दौर बना हुआ है। अगले 24 घंटे में नीमच और मंदसौर में अति भारी वर्षा की संभावना है जबकि शिवपुरी, मुरैना, गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर जिलों में भारी बारिश हो सकती है। विभाग के मुताबिक इस साल एक जून से 22 अगस्त तक प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 23 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 24 प्रतिशत और पश्चिमी मध्यप्रदेश में 22 प्रतिशत ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है।
मध्यप्रदेश में इस बार मानसून ने जोरदार वापसी की है। अगस्त के तीसरे सप्ताह में लगातार तेज बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश का सबसे बड़ा फायदा किसानों को हुआ है। सोयाबीन, धान और मूंगफली जैसी खरीफ फसलों को भरपूर पानी मिला है। दूसरी ओर लगातार बारिश से सब्ज़ी और फल की फसल को नुकसान भी हो रहा है। शहरों में निचली बस्तियों में जलभराव, कीचड़ और यातायात जाम की स्थिति भी देखने को मिली। मौसम विभाग ने लोगों को निचली बस्तियों से दूर रहने, नदी-नालों को पार न करने और बिजली गिरने के दौरान खुले मैदान में न ठहरने की सलाह दी है। प्रशासन ने राहत दलों को सतर्क रहने और संभावित आपदा की स्थिति से निपटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मौसम विभाग ने साफ संकेत दिए हैं कि अगले तीन दिन तक सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि बारिश का रुक-रुककर तेज दौर जारी रहेगा।
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